3 किलो सस्ता सोने की लालच में 5 लाख की ठगी

Chhattisgarh Crimes

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक व्यापारी सस्ता सोना पाने की लालच में आकर 5 लाख रुपए ठगी का शिकार हो गया। महिला सहित 3 लोगों ने उसे असली सोने का लॉकेट दिखाया, जिसके बाद 3 किलो नकली सोना थमा दिया। ठग 30 लाख मांग रहे थे, लेकिन सौदा 5 लाख में तय हुआ। बुजुर्ग ने अपने खुफिया कैमरे से ठगों की तस्वीरें भी ली है।

बताया जा रहा है कि व्यापारी को जब ठगी का एहसास हुआ तो वह 3 किलो नकली सोना लेकर तोरवा थाना पहुंचा। यहां पुलिस ने FIR लिखने के लिए बुजुर्ग को 3 घंटे तक थाने में बैठाया फिर, कहा यहां FIR दर्ज नहीं होगी।

दरअसल, उमाशंकर साहू सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के सरसीवां का रहने वाला है, जहां वह इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान चलाता है। उसने बताया कि कुछ दिन पहले उसके पास 2 लोग पहुंचे। उन्होंने व्यापारी को सोने का लॉकेट दिखाया।

इसी तरह से 3 किलो वजनी सोना होने का दावा किया। उन्हें सस्ती कीमत में बेचने का दावा किया। शुरुआत में व्यापारी ने उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया, जिसके बाद उन्हें बार-बार कॉल किया गया।

उमाशंकर साहू ने बताया कि फोन करने वाले ने उन्हें तोरवा रेलवे स्टेशन के पास बुलाया, जिसके बाद वह अपनी कार से ड्राइवर के साथ उनकी तलाश करते हुए बिलासपुर पहुंच गया। रेलवे स्टेशन के पास अंडर ब्रिज के नीचे महिला समेत तीन लोग मिले। उन्होंने सैंपल जैसे 3 किलो वजनी सोना होने का दावा किया और 5 लाख रुपए लेकर चले गए।

30 लाख मांग रहे थे, 5 लाख रुपए में किया सौदा

व्यापारी उमाशंकर ने बताया कि ठगों ने उसे बताया था कि वह रोजी-मजदूरी करते हैं। काम करते समय उन्हें रोड की खुदाई के दौरान सोने के लॉकेट की गठरी मिली थी। वह सोने को बाजार में बेच नहीं सकते। बेचने पर पुलिस के पकड़े जाने का डर था। इसलिए वह इसे कम कीमत पर खपाना चाहते हैं। पहले उन्होंने 30 लाख की मांग की। बाद में उन्होंने 5 लाख रुपए में सौदा तय किया।

जांच कराई तो नकली निकला सोना

ठगों को पांच लाख रुपए देने के बाद व्यापारी सोना लेकर वहां से निकल गया, जिसके बाद उन्होंने सोने की जांच कराई तो नकली निकला। तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ। व्यापारी उमाशंकर साहू अपने साथ खुफिया कैमरा लेकर पहुंचा था।

उसने बताया कि वो कैमरा हमेशा अपने साथ रखता है, जिसमें वो हर गतिविधियों को रिकार्ड करता है। सोना खरीदते समय भी उसने अपने खुफिया कैमरे से ठगों का वीडियो रिकार्डिंग किया है। उसने ठगों का फोटो निकाल कर पुलिस को सौंपा है।

3 घंटे तक बैठाए रही पुलिस, फिर बोली यहां नहीं हो सकती FIR

तोरवा थाने में उमाशंकर साहू तीन घंटे से ज्यादा समय तक शिकायत लेकर बैठे रहे। पुलिसकर्मी अलग-अलग बातचीत कर उनसे पूछताछ करते रहे, जिसके बाद उन्हें थानेदार के आने के बाद FIR दर्ज करने की बात कही। जब थाना प्रभारी राहुल तिवारी देर रात थाना पहुंचे, तब उन्होंने भी शिकायत सुनी और कहा कि मामला उनके थाना क्षेत्र का नहीं है। उन्हें सरसीवां थाने में FIR दर्ज करानी होगी।

एसपी के निर्देश पर दर्ज हुई FIR

एसपी रजनेश सिंह ने ठगी के इस मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि घटना चाहे किसी भी थाना क्षेत्र में हुई है। अगर पीड़ित शिकायत करने पहुंचा है और सबूत पेश कर रहा है तो तत्काल FIR दर्ज की जाए। उन्होंने टीआई राहुल तिवारी से पूछताछ कर घटना की पूरी जानकारी ली, जिसके बाद मामले में तत्काल FIR दर्ज कर डायरी संबंधित थाने में भेजने के निर्देश दिए। उनके निर्देश पर तोरवा पुलिस ने शून्य पर केस दर्ज किया है।