रायपुर के जकात फाउंडेशन ने गरीब बच्चों की निशुल्क शिक्षा की एक नई मिसाल खड़ी की

Chhattisgarh Crimesराजधानी रायपुर के जकात फाउंडेशन ने गरीब बच्चों की निशुल्क शिक्षा की एक नई मिसाल खड़ी की है। फाउंडेशन ने पिछले 10 सालों में पांच हजार से अधिक गरीब बच्चों की शिक्षा में मदद की है।जकात फाउंडेशन की मदद से इस साल 800 बच्चों की पढ़ाई कराई जा रही है। जकात के तहत मुस्लिम समुदाय से मिलने वाली राशि से फाउंडेशन बच्चों की पढ़ाई का इंतजाम करता है। बच्चों की निशुल्क शिक्षा और अन्य मदद के लिए जकात फाउंडेशन को हर साल करीब 56 से 57 लाख रुपए मिल रहे हैं।

 

रायपुर के छोटापारा का जकात फाउंडेशन अब तक लगभग चार करोड़ रुपए गरीबों की सेवा में खर्च कर चुका है। छत्तीसगढ़ जकात फाउंडेशन का मकसद ही है-बच्चों की तालीम। इस्लाम के पांच पिलरों में चौथा पिलर जकात है। इसके तहत मुस्लिम समुदाय के लोग अपनी कमाई का 2.5 प्रतिशत हिस्सा दान के रूप में देते हैं।रमजान के महीने में ज्यादा राशि मिलती है

 

दरअसल रमजान के महीने में जकात के तहत सहायता राशि अधिक मिलती है। सालभर में जो राशि मिलती है उसको मिलाकर बच्चों को स्कॉलरशिप देते हैं। इसके लिए पहले लिखित फॉर्म से मदद लेते थे और बाद में ऑनलाइन फॉर्म से मदद लेने लगे।

 

प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारियों में भी मिलती है मदद

 

जकात फाउंडेशन के द्वारा दी जा रही मदद में बच्चों की पढ़ाई का दायरा भी अब बढ़ा दिया गया है। अब केवल स्कूली पढ़ाई ही नहीं बल्कि बच्चों को शिक्षा के अधिकार के तहत आरटीई के तहत एडमिशन दिलाया जाता है। नीट की कोचिंग दिलाई जाती है, एमबीबीएस की पढ़ाई कराई जाती है।

 

यहां 10 बच्चियां एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं। इस समय 30 बच्चे इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं। 12 बच्चियां नर्सिंग की पढ़ाई कर रही हैं। इनमें से एक नर्सिंग की पढ़ाई कर आजकल एम्स में जॉब कर रही है। वैसे जकात फाउंडेशन की मदद से तैयार हुए 100 बच्चे जॉब कर रहे हैं।महिलाओं को मिलती है विशेष ट्रेनिंग

 

इसके अलावा महिलाओं को सिलाई-कढ़ाई, मेंहदी और महिलाओं को काबिल बनाने के लिए निशुल्क ट्रेनिंग दी जाती है। सैय्यद अकील का मानना है कि गरीब बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना और उनको आगे बढ़ाने के लिए काम करना ही जकात का सही उपयोग है।

 

फाउंडेशन के सचिव मोहम्मद ताहिर ने बताया कि भविष्य में फाउंडेशन गर्ल्स हास्टल, सर्वसुविधायुक्त लाइब्रेरी, कमजोर इंफ्रास्ट्रक्चर के स्कूलों को मजबूती देने के लिए काम करेगा। इसी कड़ी में हाल में नूरानी चौक स्कूल में स्मार्ट क्लास शुरू की गई है। फाउंडेशन अब प्रेरणादायक कार्यक्रम करने के अलावा करियर कोचिंग आदि की भी सुविधा उपलब्ध कराता है।