छत्तीसगढ़ के कोंडागांव में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले एक साल में साइबर ठगी की 382 शिकायतें सामने आईं। इनमें से 16 मामलों में अपराध दर्ज किए गए। पुलिस ने 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
जिले का सबसे बड़ा साइबर अपराध माकड़ी थाना क्षेत्र में हुआ। यहां एक सेवानिवृत्त कर्मचारी से 1 करोड़ 25 लाख रुपए की ठगी की गई। पुलिस ने इस मामले में दिल्ली और उत्तर प्रदेश से चार आरोपियों को पकड़ा।
निवेश का लालच, अश्लील वीडियो भेजकर ब्लैकमेलिंग
साइबर अपराधी कई तरीकों से लोगों को शिकार बना रहे हैं। वे फर्जी निवेश योजनाओं का लालच देते हैं। अश्लील वीडियो भेजकर ब्लैकमेलिंग करते हैं। फर्जी लिंक या ऐप से मोबाइल हैक करते हैं। खुद को बैंक अधिकारी बताकर जानकारी मांगते हैं।
एएसपी पटेल के अनुसार पुलिस तकनीकी रूप से मजबूत हो रही है। लोगों को जागरूक करने के लिए हाट-बाजार, स्कूल-कॉलेजों और सार्वजनिक स्थलों पर कार्यक्रम किए जा रहे हैं।
साइबर ठगी से बचने के लिए कुछ सावधानियां जरूरी हैं।
- अनजान लिंक या नंबर पर क्लिक न करें।
- OTP, पासवर्ड या बैंक की जानकारी किसी को न दें।
- फर्जी कॉल या मैसेज से सतर्क रहें।
- लेन-देन सिर्फ विश्वसनीय वेबसाइट या ऐप से करें।
- QR कोड स्कैन करने से पहले जांच करें।
- सोशल मीडिया पर अनजान लोगों की रिक्वेस्ट स्वीकार न करें।
- साइबर अपराध की शिकायत तुरंत नजदीकी थाने या साइबर सेल में दर्ज कराएं।