ठगी करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग के 3 आरोपी गिरफ्तार

Chhattisgarh Crimes

बालोद। एटीएम कार्ड बदलकर और उसका पिन नम्बर प्राप्त कर ठगी करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग के 03 आरोपियों को प्रतापगढ़ उत्तरप्रदेश से बालोद पलिस ने किया गिरफ्तार ।

बुजुर्ग लोगों को एटीएम मशीन से रकम निकालने में मदद के बहाने बनाता था निशाना। आरोपी अपनी पर्सनल कार से उत्तरप्रदेश से बाय-रोड छत्तीसगढ आकर करते है ठगी।चाना गुण्डरदेही के सिकोसा ग्राम के एसबीआई एटीएम मशीन में प्रार्थी से किया चा एटीएम कार्ड को एक्सचेंज। आरोपियो द्वारा छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य राज्य के लोगों से भी एटीएम कार्ड को एक्सचेंज कर किया गया है ठगी । सायबर सेल एवं थाना गुण्डरदेही की संयुक्त टीम द्वारा किया गया कार्यवाही। आरोपियो द्वारा एटीएम कार्ड क्लोनिंग मशीन आनलाईन खरीद कर एटीएम कार्ड क्लोन बनाकर भी करते हैं ठगी।

जानकारी के मुताबिक प्रार्थी टीकम कुमार यादव पिता कन्हैया राम यादव पता-ग्राम कोटगांव थाना अर्जुन्दा जो कोटगांव हाईस्कूल में कर्मचारी है जो दिनांक 10.07.2019 को सिकोसा एसबीआई एटीएम में पैसा निकालने गया था।

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एटीएम मशीन से पैसा नही निकलने पर प्रार्थी के बगल में बड़े एक अज्ञात व्यक्ति ने पैसा निकाल देता हू कहकर प्रार्थी के एटीएम कार्ड और पिन नम्बर प्राप्त कर अपने पास रखे एटीएम कार्ड से प्रार्थी के एटीएम कार्ड को बदलकर यहां से फरार हो गया इसके बाद प्रार्थी द्वारा एटीएम कार्ड देखने पर दूसरे का होने से वह एसबीआई बैंक जाकर जानकारी लेने पर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा उसके खाते से यूको बैंक के एटीएम मशीन से 8000 रुपये निकालकर उसके साथ धोखाबड़ी किया गया है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना गुण्डरदेही में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना के क्रम में टीम द्वारा सायबर सैल से तकनीकी जानकारी एवं बैंक खातों की डिटेल प्राप्त कर प्रतापगढ़ उत्तरप्रदेश रवाना होकर टीम वहां ग्रामीण वेशभूषा में 10 दिन रह कर अज्ञात आरोपियों के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर प्रकरण के 03 आरोपियों को घटना में प्रयुक्त उसकी स्फिट कार के साथ गिरफ्तार किया गया है।

तरीका वारदात- आरोपियों द्वारा छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य राज्यों में जाकर एटीएम मशीन में खड़े होकर मेले-भाले लोगो के देख कर टारगेट करते है फिर उसे पैसा निकालने में मदद करने के बहाने उसका एटीएम कार्ड का पिन नम्बर देखकर उसी प्रकार का दिखने वाला एटीएम कार्ड को लोगो को बातो में फंसा कर बदलकर अपना फर्ज एटीएम कार्ड देकर वहां से फरार होकर या दूसरे एटीएम मशीन में जाकर बदले हुए एटीएम कार्ड में कितना रकम है जानकर पैना कैश निकालकर बाकि रकम दूसरे फर्जी खातों में ट्रांसफर कर निकाल लेते है।

इसी प्रकार एटीएम कार्ड क्लोलिंग मशीन ऑनलाईन खरीदी कर भोले-भाले लोगों को इसी प्रकार निशाना बनाकर ठगी का वारदात को अंजाम देते है ये आरोपी, गिरोह में काम करते है सबका अपना अपना काम होता है एक बाहर रेकी करता है एक बाती में उलझाया रखता है एक न्यक्ति एटीएम कार्ड और पिन देखकर उसे बदलने में मदद करता है। ये गिरोह के सदस्य कई बार छ.ग. राज्य आकर कई घटना को अंजाम दे चुके है।