बिलासपुर जिले में करंट लगने से एक ठेका कर्मचारी की मौत

Chhattisgarh Crimesबिलासपुर जिले में करंट लगने से एक ठेका कर्मचारी की मौत हो गई। सीपत के खम्हरिया विद्युत उपकेंद्र में मुंशीराम कांगो (54 वर्ष) पिछले 15 सालों से फ्यूज कॉल हेल्पर के रूप में कार्यरत थे।

दोपहर 3 बजे शरद दुबे मुंशीराम को अपने प्लॉट में बिजली कनेक्शन लगाने के लिए ले गया। लूथरा दादी अम्मा तालाब के पास स्थित प्लॉट में मोटर पंप के लिए थ्री फेज कनेक्शन जोड़ते समय मुंशीराम को करंट लग गया।

बताया जा रहा है जिस समय शरद दुबे मुंशीराम को लेकर गया था, उस वक्त ड्यूटी पर ऑपरेटर किशोर गांगुली मौजूद था, लेकिन उससे भी कोई अनुमति नहीं ली गई। वहीं, मृतक के परिजनों ने मुआवजे की मांग की है।

नियमित कर्मचारी की मांग

कर्मचारियों ने बताया कि एक महीने से सीपत बिजली कार्यालय के प्रभारी अधिकारी रंजना देवांगन और प्रमोद चौबे से खम्हरिया सब स्टेशन के लिए नियमित कर्मचारी की मांग की जा रही थी। लेकिन अभी तक कोई कर्मचारी नियुक्त नहीं किया गया है।

सब स्टेशन के ठेका कर्मचारियों का आरोप है कि शरद दुबे ने कभी भी विद्युत कार्य के लिए आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई। स्थानीय होने के कारण वह बिना अनुमति मुंशीराम से काम करवा लेता था। परिजनों के मुताबिक आधी रात में भी मुंशीराम को बिजली सुधार के लिए बुलाया जाता था।

उचित मुआवजा देने की भी मांग

इस पूरे मामले ने बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। घटना के बाद मुंशीराम का शव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सीपत लाया गया जहां पोस्टमार्टम किया गया। परिजनों ने इस घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और शरद दुबे के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा देने की भी मांग की गई है।

ठेका कर्मियों में आक्रोश

घटना के बाद से ही ठेका कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है और वे विभागीय लापरवाही के खिलाफ विरोध दर्ज कराने की तैयारी में हैं। अब देखना यह होगा कि जिम्मेदार अधिकारी और प्रशासन इस लापरवाही पर क्या कदम उठाते हैं।