एक कॉल और आपका अकाउंट खाली… साइबर अपराध के खिलाफ पुलिस का ‘सुनो रायपुर’ अभियान…

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। राजधानी पुलिस “सुनो रायपुर” अभियान के तहत लोगों को साइबर स्मार्ट बनाने की दिशा में लगातार कार्य कर रही है। इसी कड़ी में रायपुर साइबर सेल ने लोगों को जागरूक करने के लिए एक वीडियो जारी किया है। 2 मिनट 23 सेकेंड के इस वीडियो में कैसे सायबर फ्रॉड होता है इस बारे में बताया गया है।

देशभर में इन दिनों लोग लेन-देन के लिए डिजिटल तरीके अपना रहे हैं, जिसके चलते इंटरनेट और स्मार्टफोन के उपयोग में बढोतरी हुई है। नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और डिजिटल पेमेंट्स करने के दौरान कई बार लोग साइबर फ्रॉड का शिकार होकर अपनी मेहनत की कमाई गंवा देते हैं। इंटरनेट और स्मार्ट्फोन के उपयोग लगातार बढ़ने के साथ साथ डिजिटल पेमेंट्स और सोशल मीडिया का उपयोग पहले की तुलना में काफी ज्यादा है।

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इसके अलावा कोविड की वजह से भी ऑनलाइन कॉमर्स, ऑनलाइन मीटिंग्स, ऑनलाइन ख़रीदी, ऑनलाइन क्लासेस जैसी गतिविधियाँ बढ़ने से लगभग सभी लोग डिजिटल पेमेंट्स और सोशल मीडिया का उपयोग करने लगे हैं। और इन सबके साथ साइबर फ्रॉड करने वालों को भी नए नए अवसर मिलने लगे हैं। किसी भी व्यक्ति की जरा सी लापरवाही से साइबर क्रिमिनल उनका फायदा उठाते हुए फ्रॉड करने में कामयाब हो जाते हैं। सिम ब्लॉक होने, क्रेडिट कार्ड बंद होने या बिजली बिल पेंडिंग होने से बिजली कटने के नाम से आपसे पर्सनल डिटेल्ल्स लेकर या लिंक भेज कर आपके बैंक अकाउंट की जानकारी लेकर फ्रॉड कर लेते हैं। कभी आपको झाँसे में लेकर आपके फोन में रिमोट ऐक्सेस ऐप डाउनलोड कराकर आपका फोन हैक कर लेते हैं। ऐसे फ्रॉड से आपकी मेहनत की कमाई झटके में आसानी से साइबर क्रिमिनल हड़प जाते हैं। इनसे बचाव का सबसे कारगर उपाय है इन विषयों को लेकर जागरूकता एवं थोड़ी सी सावधानी।

बता दें, बीते तीन दिनों से जारी इस अभियान के तहत अब तक जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को मिलाकर करीब 60 हजार से ज्यादा लोगों को साइबर सुरक्षा के टिप्स दिए जा चुके हैं। जहां 15 अगस्त को अभियान की शुरुआत के साथ ही 10 हजार लोगों को साइबर स्मार्ट बनाया गया तो वहीं, 16 अगस्त को 23 हजार और 17 अगस्त को 26 हजार से ज्यादा लोगों को अभियान के तहत जागरूक किया गया।

स्कूल-कॉलेज से लेकर अस्पतालों तक पहुंची टीम

ऑनलाइन पैमेंट्स और ई-कॉमर्स के बढ़ते दौर में लोगों का साइबर स्मार्ट होना बेहद जरूरी है। कई बार लोग साइबर ठगों के चंगुल में फंसकर अपनी मेहनत की कमाई गवां देते हैं। राजधानी रायपुर में लोग साइबर ठगों के जाल में फंसने से बच सकें इसलिए साइबर सेल लगातार शहर और ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल-कॉलेज, कंपनियों, फैक्ट्रीज और अस्पतालों, ग्राम पंचायतों समेत ग्रामीण क्षेत्रों में साइबर चौपाल का आयोजन कर रही है। जहां बड़ी संख्या में लोगों को साइबर सिक्योरिटी के टिप्स दिए जा रहे हैं। स्कूल-कॉलेज में जाकर वालेंटियर्स छात्र-छात्राओं को ठगों से सतर्क रहने के गुर सिखा रहे हैं। साथ ही, साइबर एक्सपर्ट भी समय-समय पर कार्यशाला से जुड़कर लोगों को जागरूक कर रहे हैं और उनके सवालों के जवाब दे रहे हैं। साइबर सेल के फेसबुक और इंस्टाग्राम पेज से जुड़कर लाइव सेशन के जरिए भी साइबर एक्सपर्ट लोगों को साइबर क्राइम की जानकारी देकर बचने के तरीके बता रहे हैं।

साइबर चौपाल से लेकर डोर-टू-डोर अभियान तक

सुनो रायपुर अभियान के तहत साइबर सेल की टीम लोगों को जागरूक करने के लिए कई तरह की गतिविधियों को आयोजन कर रही है। रोचक वीडियो संदेश, कार्यशाला, चौपाल और घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है। अभियान के तहत कल जिले के करीब 31 क्षेत्रों में टीम पहुंची और 26,281 लोगों को साइबर सुरक्षा से अवगत कराया गया। इस दौरान मंहत कॉलेज गांधी चौक, मेकाहारा ऑडिटोरियम, चैंबर कार्यालय, शहीद स्मारक भवन, मरीन ड्राइव तेलीबांधा, भारत माता स्कूल आमानाका, कौशल विकास केंद्र, ट्रांसपोर्ट नगर टाटीबंध, रावतपुरा यूनिवर्सिटी, खमतराई बाजार, हीराग्रुप फैक्ट्री भनपुरी, रामसखा कॉलेज, नवोदय विद्यालय समेत कई स्थानों पर टीम पहुंची और छात्र-छात्राओं, महिलाओं, कर्मचारियों, व्यापारियों समेत आम लोगों को जागरूक किया गया। जागरूकता अभियान 21 अगस्त तक जारी रहेगा।

ऐसे करें साइबर ठगी की शिकायत

रायपुर साइबर सेल ने साइबर ठगी का शिकार होने पर शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर और व्हाट्स एप्प नंबर जारी किए हैं। साइबर सेल के व्हाट्स एप्प नंबर 07714247109 या राष्ट्रीय हेल्पलाइन नम्बर 1930 या फिर वेबसाइट www.cybercrime.gov.in पर ठगी के शिकार व्यक्ति शिकायत कर सकते हैं।