जायसवाल निको स्टील प्लांट में हेडरा चालक की मौत, मुआवजे पर कंपनी की आनाकानी, 3 दिन से पड़ी है लाश

Chhattisgarh Crimes

धरसीवां। सांकरा सिलतरा स्थित क्षेत्र के सबसे बड़े जायसवाल निको स्टील प्लांट में हेडरा चालक गणेश देवांगन की मौत से अक्रोशित ग्रामीणो परिवारजनों का धरना प्रदर्शन दूसरे दिन भी सुबह से जारी है. अपने पिता की मृत्यु के बाद से ही गणेश देवांगन अपने दो बच्चों पत्नी और वृद्ध बीमार मां का सहारा था, लेकिन इस घटना ने उन चारों से उनका सहारा छीन लिया. मुआवजे की मांग पर प्रबंधन आनाकानी कर रहा है.

वैसे कल सुबह से शाम तक प्रबंधन से चर्चा हुई, जो बेनतीजा रही. आज दोबारा ग्रामीण सुबह से कंपनी गेट के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं, तो वहीं कुछ परिजनों के साथ प्रबंधन की चर्चा भी जारी है. मृतक के परीजन 25 लाख मुआवजा और पत्नी को पेंशन की प्रमुख मांग कर रहे हैं.

सांकरा सिलतरा स्थित क्षेत्र के सबसे बड़े जायसवाल निको स्टील प्लांट में गणेश देवांगन निको फेक्ट्री में हेडरा चलाता था. मूल रूप से अडसेना निवासी गणेश रोज की तरह बुधवार को भी ड्यूटी गया, लेकिन घर वापस नहीं पहुचा. परिजनों ने पतासाजी की तो पता चला कि उसकी मृत्यु हो गई.

टीआई शिवेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि प्रबंधन द्वारा हार्ट अटैक से मृत्यु की सूचना दी गई है. शव का रायपुर में पोस्ट मार्टम कराया गया है. पीएम रिपोर्ट के बाद मृत्यु के कारणों की सही जानकारी सामने आएगी. इधर प्रबंधन की ओर से मोहंती ने बताया कि मृतक ठेकेदार का हेडरा चलाता था.

घटना की सूचना पर मृतक के परिजनों के अलावा बीरगांव के पार्षद वेदराम साहू भी पहुंचे. बड़ी संख्या में मृतक के परिचित घटना से आक्रोशित थे, जो पीएम के बाद फेक्ट्री के सामने प्रदर्शन किए. निको प्रबंधन मुर्दाबाद के नारे लगाए. मृतक की छोटी बहन ने बताया कि उनके पिताजी नहीं हैं. भाई पर ही मां, पत्नी और बच्चों की जिम्मेदारी थी.

उन्होंने फैक्ट्री प्रबंधन से 25 लाख मुआवजा औरर पत्नी को पेंशन की मांग रखी है. प्रबंधन ने मृतक के परिजनों से चर्चा की. 5 लाख मुआवजा देने की बात कही, लेकिन परिजन संतुष्ट नहीं हुए और बाहर आ गए. उन्होंने पीएम के बाद शव को मर्च्यूरी से नहीं लिया. फैक्ट्री के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं.