रायपुर। खाद्य विभाग ने खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के गृह जिला अंबिकापुर के डिस्ट्रिक्ट फूड आफिसर रवि सोनी को सस्पेंड कर दिया है। हालांकि, निलंबन आदेश में आधा दर्जन से अधिक ऐसे कारण गिनाए गए हैं, जिसके तहत कार्रवाई की जाए, तो छत्तीसगढ़ के एक भी फूड आफिसर सस्पेंड होने से नहीं बचेंगे। मगर अंदर की बात कुछ और बताई जा रही है।
बताते हैं, अंबिकापुर के एक राईस मिलर ने पिछले साल नवंबर में भारत सरकार के लास्ट डेट खतम होने के बाद भी 2800 टन चावल जमा नहीं किया। राईस मिलर फूड आफिसर पर प्रेशर बना रहा था कि डेट आगे बढ़ाकर किसी तरह चावल जमा हो जाए। उधर, फूड आफिसर का कहना था, पिछले साल 30 नवंबर लास्ट डेट था। अब साल भर हो गया है। पिछले साल का चावल लिया नहीं जा सकता। और लेंगे तो उसका भुगतान किस मद से किया जाएगा। बजट में अब पैसा है नहीं। पता चला है, खाद्य विभाग भी पहले मिलर के विरोध में अड़ गया था।
बाद में राई मिलर के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाए जिला खाद्य अधिकारी को निलंबित कर दिया। हैरानी की बात यह है कि अंबिकापुर खाद्य मंत्री अमरजीत भगत का गृह जिला है। आमतौर पर मंत्री के गृह जिले में खुद के विभाग के अफसरों को विशेष संरक्षण मिलता है। मगर लोग सकते में हैं कि विभाग ने अपने ही मंत्री के जिले के अफस्र को कैसे संस्पेंड कर दिया।