पणजी। सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन ने बुधवार को अपने डेब्यू रणजी मैच में शतक लगाया। उनके साथी बल्लेबाज सुयश प्रभु देसाई ने भी शतक लगाया, लेकिन अर्जुन का शतक खास बन गया। आज से 34 साल पहले 1988 में पिता सचिन ने भी रणजी डेब्यू किया था। तब उन्होंने भी शतक लगाया था और महीना भी दिसंबर का ही था। पिता के कारनामे को बेटे ने दोहरा दिया।
अर्जुन ने रणजी में राजस्थान के खिलाफ डेब्यू किया। 120 रन बनाए। 16 चौके और 2 छक्के लगाए। उन्होंने ये कारनामा दो बार की रणजी चैंपियन राजस्थान के खिलाफ दिखाया। उस टीम में कमलेश नागरकोटी और महिपाल लोमरोर जैसे स्टार गेंदबाज हैं। अर्जुन का विकेट भी नागरकोटी ने लिया। अर्जुन ने सुयश प्रभु के साथ छठे विकेट के लिए 221 रन की साझेदारी की।
सचिन ने 11 दिसंबर 1988 को मुंबई की ओर से गुजरात के खिलाफ अपना पहला रणजी मैच खेला था। तब वह 15 साल के थे। उन्होंने 100 रन की नाबाद पारी खेली थी। तब सचिन फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भारत की ओर से सबसे कम उम्र में शतक जमाने वाले भारतीय बल्लेबाज बने थे। सचिन ने बाद में दलीप ट्रॉफी और ईरानी ट्रॉफी में भी डेब्यू मैच में शतक जमाया था।
IPL में मुंबई से खेलते हैं अर्जुन, डेब्यू नहीं हुआ
अर्जुन बाएं हाथ के मीडियम पेसर भी हैं। अब तक उनकी पहचान एक गेंदबाज के तौर पर ही ज्यादा थी।
अर्जुन बाएं हाथ के मीडियम पेसर भी हैं। अब तक उनकी पहचान एक गेंदबाज के तौर पर ही ज्यादा थी।
अर्जुन तेंदुलकर ऑलराउंडर हैं। वह तेज गेंदबाजी के साथ बल्लेबाजी भी करते हैं। IPL में मुंबई इंडियंस की ओर से खेलते हैं। उन्हें अब तक डेब्यू का मौका नहीं मिला है। वहीं उन्होंने अब तक खेले 9 टी-20 मैचों में 12 विकेट लिए हैं। 10 रन पर 4 विकेट उनका बेस्ट प्रदर्शन रहा है। वो लिस्ट ए क्रिकेट में 7 मैचों में 8 विकेट ले चुके हैं। लिस्ट ए में 32 रन पर 2 विकेट उनका बेस्ट प्रदर्शन है।