पुलिस में 43 साल सेवा देने के बाद सेवानिवृत्त हुए थाना प्रभारी बोधन साहू, हुए भावुक

Chhattisgarh Crimes

देवभोग। पुलिस विभाग में 43 साल सेवा देने के बाद आज देवभोग थाना प्रभारी बोधन साहू सेवानिवृत्त हो गए. बोधन साहू ने पुलिस विभाग में बिलाईगढ़, पटेवा, तुमगॉव, बागबहरा, पिथौरा, सरायपाली, महासमुन्द, डोंगरगढ़, धमधा, क्राइम ब्रांच दुर्ग, नारायणपुर, आरंग, अभनपुर, गोबरा नवापारा और अंतिम के आठ महीने में देवभोग में थाना प्रभारी के रूप में अपनी सेवा दी. बोधन साहू सन 1980 में विभाग में आरक्षक बनकर विभाग में भर्ती हुए.पुलिस में आने के बाद उन्हें रायपुर का सिविल लाइन थाना मिला. यहां से उन्होंने अपने सफर की शुरूआत की. इसके बाद वर्ष 1986 में हवलदार की परीक्षा पास कर हवलदार बने. इसके बाद परीक्षा पास कर एएसआई बने. लगातार काम और मेहनत के बदौलत वर्ष 2014 में उनके कंधे पर तीन स्टार लगा और वे निरीक्षक बने.

संघर्षो के बीच बीता बचपन

थाना प्रभारी बोधन साहू अपने बचपन की बातों को याद कर भावुक हो जाते है.बोधन साहू बताते है कि जब वे पांचवी की क्लास में थे, तब उनकी माताजी का देहांत हो गया. तीन भाई बहनों में सबसे बड़े बोधन पर दोनों भाई-बहनों की जिम्मेदारी आ गई. माँ के निधन से पिताजी टूट गए थे. ऐसे में उस दौरान बोधन साहू खेत से कुण्डी में पानी भरकर खाना भी खुद पकाते थे. दोनों भाई बहन और पिता को खाना खिलाकर वे स्कूल के लिए निकलते थे. स्कूल से आकर खेत में भी उन्हें समय देना पड़ता था. इतने संघर्षो के बाद भी उन्होंने कभी हार नहीं माना. और पढ़लिखकर रायपुर के दुर्गा कॉलेज पहुँचे. इतना ही नहीं पुलिस की नौकरी के लिए पहला साक्षात्कार दिया. और एक हजार लोगों के बीच सातवें नंबर पर स्थान बनाकर पुलिस में भर्ती हुए.

स्कूल की शर्ट पर लिखते थे पी

बोधन साहू बताते है कि बचपन से ही उन्हें पुलिस बनने की इच्छा थी. इसीलिए वे मिडिल स्कूल से ही अपने स्कूल ड्रेस के सफेद शर्ट के जेब में पी लिखा करते थे. बोधन के मुताबिक उन्हें पी को देखने से हमेशा उनका लक्ष्य याद आता था. कि उन्हें पढ़लिखकर पुलिस बनकर आमजनों की सेवा करना है.

राष्ट्रपति पुरुस्कार से सम्मानित हो चुके है बोधन

थाना प्रभारी बोधन साहू पुलिसिंग के प्रति बहुत ज्यादा गंभीर अधिकारी रहे है. इसी का नतीजा है कि वे राष्ट्रपति पुरुस्कार से भी सम्मानित किये जा चुके है. थाना प्रभारी बोधन साहू ने बताया कि उन्होंने आरंग, अभनपुर और गोबरा नवापारा में पोस्टिंग के दौरान थाना को वार्षिक निकाल में प्रथम स्थान दिलवाया था, जिसके बदौलत उन्हें वहां भी सम्मानित किया गया था. वहीं थाना प्रभारी ने देवभोग थाने के कर्मचारियों के हवाले से बताया कि थाना देवभोग का प्रदर्शन वर्ष 2022 में बहुत अच्छा रहा. उन्होंने बताया कि वार्षिक निकाल में मात्र 6 प्रतिशत लंबित रहा.

देवभोग की जनता है सरल

देवभोग थाना में आठ महीने का कार्यकाल बिताने के बाद आज बोधन साहू रिटायर हो रहे है. देवभोग में काम करने का उन्होंने अनुभव साझा करते हुए बताया कि पुलिस की नौकरी हर जगह चुनौतीपूर्ण और संघर्ष भरा रहता है. उन्होंने देवभोग की जनता का तारीफ करते हुए कहा कि यहां की जनता काफी सरल और सहयोगी स्वभाव के है. उन्होंने कहा कि यहां मैंने एक कमी देखा कि झूठी रिपोर्ट बहुत होती है. ऐसे में थाना प्रभारी और पुलिस के कर्मचारियों को उपस्थित होकर बारीकी से जाँच कर रिपोर्ट दर्ज करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि मैंने हर रिपोर्ट को मेरी मौजूदगी में तस्दीक करवाकर कार्रवाई कराया है. बोधन के मुताबिक किसी के साथ गलत कार्रवाई नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि एक थाना प्रभारी को एक पक्षीय नहीं सोचना चाहिए. निष्पक्ष होकर काम करना चाहिए. निष्पक्ष कार्रवाई कर लोगों को न्याय देना चाहिए. मैंने हमेशा निष्पक्ष कार्रवाई किया है. बोधन ने कहा कि मुझे शुरू से आखिरी तक उच्च अधिकारियों का काफी सहयोग एवं मार्गदर्शन मिला है. वहीं नौकरी के बीच हमेशा मेरा पूरा परिवार मेरे साथ खड़ा रहा है. नौकरी और अपने फर्ज में इतना व्यस्त रहा कि परिवार को कभी समय नहीं दे पाया, इसका भी मुझे खेद है.