फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट मामले में एक बिचौलिया फंसा : टैक्स चोरी करने के लिए कागज में दिखाए 7 फर्जी फर्म, मालिक हो चुका है अरेस्ट

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। राजधानी रायपुर में केंद्रीय जीएसटी ने एक बिचौलिया को फर्जी तरीके से टैक्स बचाने के मामले में गिरफ्तार किया है। आरोपी ने मालिक के टैक्स बचाने के लिए 7 फर्जी फर्मों का निर्माण किया। फिर उसकी आड़ में करोड़ो रूपये का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट लिया। जीएसटी टीम को इस बात की भनक तब लग गई। इस मामले में टीम मालिक को पहले ही अरेस्ट कर चुकी है।

सीजीएसटी आयुक्त मो.अबु सामा ने बताया कि खुफिया जानकारी और डाटा एनालिसिस करने पर टीम को पता चला कि दीपक कुमार मिश्रा नाम का व्यक्ति कागज में फर्जी तरीके से फर्म दिखाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लेता है। यह व्यक्ति रायपुर के मेसर्स दीपक इंटरप्राइजेज के मालिक सर्वेश कुमार पांडेय के ब्रोकर का काम करता है। सर्वेश पहले ही 70 करोड़ से अधिक के टैक्स इनपुट क्रेडिट के मामले में गिरफ्तार हो चुका है।

7 फर्जी फर्म दिखाए

इसके बाद अफसरों की टीम ने जांच पड़ताल की तो उन्हें 7 फर्जी फर्म मिली। जिसे टैक्स बचाने के लिए बनाया गया था। ये फर्म बिना किसी व्यक्ति और सामान के काम कर रही थी। इन फर्म के नाम से केवल फर्जी बिल बनाए जा रहे थे। इसके अलावा आरोपी से पूछताछ करने में उसने ये बात स्वीकार भी की। आरोपी ने 5.73 करोड़ के फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट पास ऑन किये।

न्यायालय से जेल भेजा

इस मामले में सीएसटी रायपुर ने टैक्स चोरी के मामले में दीपक कुमार मिश्रा को गिरफ्तार करके न्यायालय में पेश किया है। इस तरह के मामले में टीम में अब तक 18 आरोपियों की गिरफ्तारी कर चुकी है।

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