रायपुर AIIMS में भर्ती मरीज और उसकी पत्नी ने डॉक्टर पर थप्पड़ मारने का लगाया आरोप

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। रायपुर AIIMS में भर्ती मरीज से मारपीट की गई। मरीज और उसकी पत्नी ने डॉक्टर पर थप्पड़ मारने का आरोप लगाया है। मरीज का कहना है कि ऑपरेशन के बाद उसे दर्द हो रहा था। इसकी शिकायत उसने डॉक्टर से की थी। एक वीडियो भी अस्पताल का वायरल हो रहा है।

मरीज की पत्नी ने मारपीट को लेकर आमानाका थाने में शिकायत दी है। पुलिस का कहना है कि डॉक्टर मरीज को सुलाने की कोशिश कर रहे थे। वहीं वीडियो सामने आने के बाद AIIMS प्रबंधन ने भी घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। मारपीट की घटना प्लास्टिक सर्जरी विभाग की बताई जा रही है।

ऑपरेशन के बाद सिर में दर्द होने की शिकायत की थी

बिलासपुर निवासी कुशल खुशरैल के दाहिने हाथ में दिक्कत के चलते ऑपरेशन होना था। इसे लेकर वह AIIMS में भर्ती हुए थे। कुशल की पत्नी प्रिया खुरशैल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि गुरुवार सुबह उनके पति का ऑपरेशन हुआ।

रात करीब 9.30 बजे जब कुशल को होश आया तो उन्होंने लेफ्ट साइट सिर में दर्द होने की शिकायत की। प्रिया ने बताया कि जब उन्होंने पति का दर्द वाली जगह सिर देखा तो ऐसा लगा कि वहां सूजन है। जैसे किसी ने उन्हें मारा हो।

डॉक्टर से शिकायत की तो उन्होंने 2 थप्पड़ मार दिए

प्रिया का कहना है कि रात करीब 11 बजे जब डॉक्टर राउंड पर आए तो उनसे सिर में दर्द को लेकर शिकायत की। साथ ही पूछा कि ऐसा लग रहा है, जैसे किसी ने मारा हो। आरोप है कि इस पर डॉक्टर भड़क गए।

उन्होंने कहा कि, मतलब क्या है? क्या ऑपरेशन थिएटर में हम तुम्हें मार रहे थे। यह कहते हुए डॉक्टर ने दो थप्पड़ कुशल को मार दिए। प्रिया का कहना है कि स्टाफ भी डॉक्टर का सपोर्ट कर रहा है।

पुलिस ने कहा कि मामले में जांच की जा रही

आमानाका थाना प्रभारी ने बताया कि इस मामले में शिकायत मिली है। प्राथमिक तौर डॉक्टरों से इस मामले में पूछताछ की गई है। उनका कहना है कि मरीज के दाहिने हाथ की नस टूट चुकी है। जिसका आपरेशन किया गया है।

मार्फिन का इंजेक्शन देने के कारण मरीज के सिर में दर्द है और हाथ में सेंसेशन नहीं है। डॉक्टरों का कहना है मरीज को सोने कहा जा रहा था, लेकिन वह नहीं सो रहा था। थोड़ा तेज चिल्लाने के कारण वह मारपीट का आरोप लगा रहा है।

AIIMS ने दिए जांच के आदेश

इस मामले में AIIMS के निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदाल ने मेडिकल सुपरिटेंडेंट (MS) को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। घटना के दौरान वहा मौजूद सारे लोगों की बयान लिए जाएंगे और पूछताछ में जो तथ्य निकलेगा उसके बाद संबंधित डॉक्टर पर एक्शन लिया जा सकता है। CCTV फुटेज निकालवाए गए हैं।