अब चिकन में भी मिला कोरोना वायरस, इसके पहले झींगा में भी संक्रमण का दावा!

Chhattisgarh Crimes

बीजिंग। चीन ने ब्राजील से भेजे गए फ्रोजन चिकन के पंख में कोरोनावायरस मिलने का दावा किया है। पिछले हफ्ते यहां के यांताई शहर में इक्वाडोर से भेजी गईं समुद्री झींगा मछली भी संक्रमित मिलने की बात कही गई थी। चीन ने जून में ब्राजील समेत कुछ अन्य देशों से मीट इंपोर्ट रोक दिया था। हालांकि, बाद में इसे हटा लिया गया था।
शेनझेन के लोकल डिजीज कंट्रोल सेंटर (सीडीसी) ने नियमित जांच के दौरान ब्राजील से भेजे गए चिकन का सैंपल लिया था। जांच करने पर रिपोर्ट पॉजिटिव आई। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि संक्रमित चिकन के संपर्क में आए कुछ लोगों और दूसरे प्रोडक्ट की भी जांच की गई, लेकिन उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। फिलहाल ब्राजील ने इस पर कोई बयान जारी नहीं किया है।

लोगों से सावधानी बरतने की अपील

शेनझेन सीडीसी ने दूसरे देशों के फूड प्रोडक्टस खाने में सावधानी बरतने की सलाह दी है। जून में चीन की राजधानी बीजिंग के शिनफैडी सीफूड मार्केट में संक्रमण के मामले सामने आए थे। इसके बाद से ही सरकार सभी फूड प्रोडक्ट्स का सैंपल लेकर उसका कोरोना टेस्ट करवा रही है।

वुहान के सी फूड मार्केट से संक्रमण फैलने की आशंका

चीन के वुहान शहर से दुनियाभर में कोरोना महामारी फैली है। आशंका है कि संक्रमण यहां के सी फूड मार्केट से फैला था। इस मार्केट में चमगादड़ और सांप समेत कई तरह के जीवों का मीट बेचा जाता है। संक्रमण को लेकर विवाद बढ़ने के बाद चीन ने अपने यहां कई जानवरों की खरीद-फरोख्त पर रोक लगा दी है।

महीनों पहले ठीक हुए 2 मरीज फिर संक्रमित

चीन से एक चिंता बढ़ाने वाली खबर आई है। यहां महीनों पहले कोरोना संक्रमण को मात दे चुके 2 मरीजों की रिपोर्ट फिर पॉजिटिव आई है। हुबेई में 68 साल की एक महिला में दिसंबर में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। रविवार को उसकी रिपोर्ट फिर पॉजिटिव आई। दूसरा मामला शंघाई का है। यहां एक व्यक्ति अप्रैल में संक्रमित हुआ था और उसे सोमवार को दोबारा पॉजिटिव पाया गया। हालांकि, उसमें संक्रमण के कोई लक्षण नजर नहीं आए हैं।

दोबारा संक्रमित होने के कुछ ही मामले आए

स्थानीय प्रशासन ने बताया कि इन दोनों मरीजों के संपर्क में आने वाले किसी भी व्यक्ति को संक्रमित नहीं पाया गया है, लेकिन उन्हें क्वारैंटाइन कर दिया गया है। बीते दिनों हुई कुछ स्टडीज में दावा किया गया कोरोना से ठीक हुए व्यक्तियों के शरीर में बनी एंटीबॉडी कुछ महीनों में तेजी से कम हो रही हैं। ऐसे लोगों के दूसरे बार संक्रमित होने की आशंका बढ़ जाती है। हालांकि, दोबारा संक्रमित होने के कुछ की मामले सामने आए हैं।