कोरियर ब्वाय बनकर ठगी के आरोपित गिरफ्तार, पुलिस ने गाजियाबाद से दबोच

Chhattisgarh Crimes

राजनांदगांव। शेयर बाजार के नाम पर ठगी करने वाले तीसरे आरोपित को पुलिस ने कोरियर ब्वाय बनकर यूपी के गाजियाबाद से दबोच लिया है। इससे पहले पुलिस गुजरात व तमिलनाडु से दो आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

आरोपित गाजियाबाद एस-5 सूर्याशीष अपार्टमेंट गांधीनगर निवासी अमित शर्मा (35) के खिलाफ भोपाल, द्वारका व देहरादून में भी मामला दर्ज है। दो प्रतिशत कमीशन पर आरोपित अमित फर्जी मोबाइल सिम व फर्जी बैंक का खाता उपलब्ध कराता था। साइबर सेल प्रभारी जितेंद्र वर्मा ने बताया कि साइबर फ्राड के मामले में अन्य आरोपित फरार हैं, जिनकी पता तलाश की जा रही है। जल्द ही इस प्रकरण में अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी।

इंटरनेशनल नंबरों का करते थे उपयोग

मामला बीते जनवरी माह का है। जब आरोपितों ने शहर के कौन भाठा वैशाली नगर वार्ड 45 निवासी भावेश वाल्दे को शेयर खरीदने व बेचने का ऑफर दिया था। पुलिस ने बताया कि आरोपित इंटरनेशनल नंबरों से इंटरनेट मीडिया में लोगों को लिंक भेजकर ठगी करते थेप्रार्थी भावेश के पास भी इंटरनेशनल नंबर से ही लिंक आया था।

जिसे टच करने पर वो उस ग्रुप में जुड़ गया। जहां उसे कई तरह के शेयर खरीदीने व बेचने का ऑफर दिया गया। जिसके लिए उसे हर दिन पांच, दस व 30 प्रतिशत तक लाभ दिलाने की बात कही थी। आरोपित के झांसे में आकर प्रार्थी ने अपने साथ पत्नी के बैंक खातों से अलग-अलग तारीख में 67 लाख 84 हजार 170 रुपये दिये। लाभ नहीं दिलाने पर प्रार्थी ने खुद को ठगा महसूस कर पुलिस में इसकी शिकायत की।

बैंकों में होल्ड कराया 48 लाख

प्रार्थी की शिकायत के बाद बसंतपुर पुलिस और साइबर सेल की टीम ने पूरे प्रकरण की जांच की। इस दौरान पुलिस ने साइबर फाइनेंशियल फ्रॉड पोर्टल के माध्यम से ठगी की रकम करीब 48 लाख 50 हजार रुपये को विभिन्न बैंकों में होल्ड कराया। जिसके बाद पुलिस व फाइबर की टीम अकाउंट उपलब्ध कराने वाले आरोपित की पता तलाश के लिए दिल्ली व गाजियाबाद पहुंची।

यहां पता चला कि आरोपित अमित शर्मा फर्जी पते में करियर मंगाकर दूसरों के अकाउंट डिटेल उपलब्ध कराता है। संदेह होने पर पुलिस खुद कोरियर बनकर पहुंची और संदेह के आधार पर आरोपित अमित को हिरासत में लिया। पूछताछ में अमित ने बताया कि धनवा आयुर्वेदा प्राइवेट लिमिटेड गोदरा गुजराज कंपनी के अकाउंट को मुकेश सलाट से इंटरनेट मीडिया के माध्यम से लेकर फर्जी लेन-देन में उपयोग करना बताया।

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