कोरोना और स्वाइन फ्लू के बाद अब डेंगू का खतरा, अब तक कुल 112 मरीज मिले

Chhattisgarh Crimes

रायपुर. कोरोना के साथ मच्छरों की वजह से शहर में अब डेंगू का खतरा बढ़ने लगा है। स्वास्थ विभाग का अमला लगातार विभिन्न इलाकों में साफ-सफाई पर जोर देने के साथ सैंपल लेकर जांच कर रहा है। विभिन्न क्षेत्रों से जांच के लिए मेडिकल कालेज भेजे गए दर्जनभर सैंपलों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। डेंगू की गंभीरता का पता लगाने स्टेंट की जांच के लिए सैंपल जबलपुर के आईसीएमआर सेंटर भेजने की तैयारी है। कोरोना के केस नियंत्रण में हैं। स्वाइन फ्लू के एक-दो केस सामने आए हैं मगर मच्छरों के हमले से डेंगू की शिकायत बढ़ती जा रही है। राजधानी रायपुर में फरवरी माह में डेंगू का पहला मरीज मिला था। इसके बाद जून माह से मरीजों की संख्या बढ़नी शुरु हुई और अब तक कुल संख्या 112 तक पहुंच गई है।

डेंगू का कहर शुरुआती दौर में रामनगर इलाके में अधिक था। अब इसका कहर शहर के कई इलाकों में नजर आ रहा है। लगभग सभी इलाकों में मरीज मिल रहे हैं। शिविर के दौरान बुखार ठीक नहीं होने पर संदेह के आधार पर किट से जांच के साथ सैंपल लेकर मेडिकल कालेज भेजा जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग प्रतिदिन सात से आठ सौ लोगों की जांच कर रहा है।

अधिकारिक सूत्रों का दावा है, अभी तक डेंगू की वजह से मरीजों की हालत इतनी गंभीर नहीं हुई है कि उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करना पड़े। सावधानी बरती जा रही है। डेंगू के स्टेंट का पता लगाने के लिए इसके शिकार हुए विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के सैंपल लेकर उसे जांच के लिए आईसीएमआर सेंटर जबलपुर भेजने की तैयारी है। जांच से इस बात का पता चलेगा कि शहर में डेंगू के कितने स्टेंट हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक अगर मरीज दो स्टेंट का शिकार हुआ तब उसकी हालत गंभीर होती है।

इन इलाकों में मरीज

शुक्रवार जिन इलाके में डेंगू के मरीज मिले हैं उनमें कृष्णा नगर, रामकुंड, पंडरी, रामसागर पारा, टिकरापारा आदि इलाके शामिल हैं। इसके साथ ही पहले लोधीपारा, रामनगर, अभनपुर, सरोना, नहरपारा, गुढियारी, मौदहापारा, कालिंगनगर, लक्ष्मणनगर तथा आईटीबीपी कैंप खरोरा आदि जगहों से डेंगू के मरीज मिल चुके हैं।