हाईकोर्ट की हरी झंडी मिलने के बाद मां बम्लेश्वरी मंदिर पहाड़ पर रोपवे का संचालन शुरू

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बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर पहाड़ पर रोपवे का संचालन फिर से शुरू किया जाएगा. इसके लिए हाईकोर्ट ने आदेश दे दिया है. 17 फरवरी 2021 में हुए हादसे के बाद से मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट के ट्रस्टी महेंद्र परिहार और अन्य लोगों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. कोर्ट ने रोपवे संचालन रोकने के आदेश पर स्थगन दिया था.

हाईकोर्ट की हरी झंडी मिलने के बाद बुधवार से फिर रोपवे का संचालन शुरू हो गया है. ट्रस्ट के पदाधिकारियों की तरफ़ से अधिवक्ता अनूप मजूमदार ने याचिका में बताया था कि कोलकाता की कंपनी द्वारा इसका निर्माण किया गया था, लेकिन हादसे के समय से ही कंपनी ने रोपवे का रख रखाव बंद कर दिया था.

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कोर्ट में सुनवाई के दौरान अवगत करवाया गया कि मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति ने कोलकाता की दामोदर रोपवे कंपनी को टेंडर दिया है. यह कंपनी रोपवे का संचालन करेगी. इसके पहले प्रशासन के इंजीनियरों ने रोपवे की टेक्निकल जांच कर रिपोर्ट कोर्ट को सौंपी थी. हाईकोर्ट ने रोपवे को चालू रखने की अनुमति प्रदान की और कंपनी को अनुविभागीय अधिकारी के समक्ष समय-समय पर सुरक्षा मापदंडों के तहत रखाव सम्बंधित रिपोर्ट देने कहा गया है.

बता दें कि मां बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट समिति ने दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए 10 करोड़ की लागत से आधुनिक तकनीक से नया रोपवे बनाया है. इसका उदघाटन 13 मार्च 2020 को किया गया था. तब से रोपवे का संचालन जारी है. रोपवे की वजह से लोगों को आने-जाने में आसानी होती है और समय की बचत होती है.