सरगुजा। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में महिला को उसकी भतीजी और भतीजे ने जिंदा जला दिया। महिला की मौत होने पर उसके शव को बाहर फेंक दिया। मृतका (बड़ी मां) ने अपनी भतीजी को दूसरे लड़कों को घर में बुलाने और लड़कों के साथ घूमने पर टोका था। वारदात धौरपुर थाना इलाके के ग्राम चटकपुर की है। बुधवार शाम भतीजी प्रभा विश्वकर्मा (25) और भतीजे अमृत उर्फ चंठू (22) ने पार्टी रखी थी। अपनी बड़ी मां भीनसरी (50) को भी उसने बुलाया था।
लड़कों के साथ घूमने को लेकर विवाद
पार्टी में प्रभा विश्वकर्मा ने अपने अन्य दोस्तों को भी बुलाया था। देर शाम तक घर में शराब और मुर्गा पार्टी चलती रही। पार्टी के बाद भीनसरी विश्वकर्मा ने अपनी भतीजी प्रभा विश्वकर्मा को टोका कि वो गांव के लड़कों को घर में क्यों बुलाती है और उनके साथ क्यों घूमती है।
दूसरे मकान के सामने फेंका शव
टोकने पर प्रभा भड़क गई और दोनों के बीच विवाद हो गया। विवाद होने पर प्रभा विश्वकर्मा ने जलती हुई लकड़ी से भीनसरी के सिर पर वार कर दिया। जब भीनसरी बेहोश हो गई तो प्रभा विश्वकर्मा ने उसकी साड़ी में आग लगा दी।
आग लगने से भीनसरी विश्वकर्मा गंभीर रूप से झुलस गई और उसकी मौत हो गई। इसके बाद प्रभा और अमृत ने शव को गांव में ही दूसरे घर के सामने फेंक दिया और वापस आकर सो गए। सुबह महिला का शव देख ग्रामीणों ने सूचना पुलिस को दी।
आरोपी भतीजा-भतीजी हिरासत में
घटना की सूचना पर धौरपुर थाना प्रभारी अश्वनी दीवान की टीम मौके पर पहुंची। अंबिकापुर से फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने जांच की। शव फेंकने के स्थान से घटनास्थल तक कपड़े के जले हुए टुकड़े मिले। घर में जलने की गंध फैली थी। जलने के निशान और खून के धब्बे भी मिले।
घटना के बाद प्रभा विश्वकर्मा फरार हो गई थी, जांच के बाद पुलिस ने प्रभा को राजपुर से हिरासत में लिया है। वहीं वारदात में साथ देने पर भतीजे अमृत को भी पकड़कर पूछताछ की। आरोपियों ने अपना अपराध कबूल कर लिया है। मामला में धारा 103 (1), 238 (3,4) के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
एडिशनल एसपी अमोलक सिंह ने बताया कि, फॉरेंसिक जांच के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। महिला की साड़ी, गर्म कपड़े और स्कार्फ में आग लगी थी। इस दौरान महिला को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाई। इसके कारण उसकी मौत हो गई।