एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने बताया इस दिन से कमजोर पड़ेगी कोरोना की दूसरी लहर

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नईदिल्ली। केंद्र सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार ने कोविड की तीसरी लहर के आने की बात कही है. ऐसे में सवाल उठता है कि इतनी बड़ी त्रासदी से कब तक और कैसे राहत मिलेगी? दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने एक समाचार चैनल से बात करते हुए कोरोना की दूसरी लहर को लेकर कई सवालों के जवाब दिये हैं. डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा, ”मेरा मानना है कि अलग-अलग हिस्सों में पीक अधिक होगा और पीक कम होगा. जैसे महाराष्ट्र में केस कम हो रहे हैं. दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पंजाब की बात करें तो यहां हालत स्थिर है. उम्मीद है कि इस महीने के बीच में केस कम होने लगेंगे. हालांकि नॉर्थ-ईस्ट और बंगाल में केस बढ़ेंगे. उसके बाद ही अगले महीने तक ऑवरऑल केस कम होने लगेंगे.”

रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि देश के अलग अलग हिस्सों में कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार अलग अलग होगी. उन्होंने कहा कि पीक पर आने के बाद महाराष्ट्र में कोरोना के मामले अब घटने लगे है. वहीं, यूपी और दिल्ली में हालत कुछ हद तक स्थिर हैं. उन्होंने कहा है कि मई के अंत तक यहां कोरोना की रफ्तार धीमी हो सकती है. मई के अंत तक नये मामलों की संख्या में कमी आएगी.

दिल्ली एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने यहभी कहा है कि नॉर्थ-ईस्ट और पश्चिम बंगाल में फिलहाल कोरोना के मामलों में इजाफा होगा. अगले महीने से संक्रमितों की संख्या में कमी आ सकती है. बता दें, बंगाल में चुनाव के बाद से कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा कि, मध्य भारत, उत्तर भारत, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में इस महीने के अंत या अगले महीने की शुरुआत कोरोना पीक पर रह सकता है.

रणदीप गुलेरिया ने चेताया

उन्होंने कहा कि देश के सभी राज्यों में कोरोना अलग अलग स्तर पर फैल रहा है। ऐसे में हर राज्य में अलग अलग वक्त पर कोरोना पीक पर होगा। जैसे महाराष्ट्र दिल्ली समेत यूपी में धीरे- धीरे कोरोना के मामले कम हो रहे हैं लेकिन नार्थ -ईस्ट में देखे जैसे बंगाल कर्नाटक – तेलंगाना में कोरोना इस वक्त पीक पर है। इसलिए वहां अभी कोरोना केस ज्यादा है।

कब से होंगे हालात में सुधारः कोरोना पीक कबतक रहेगा, और कब से हालात में सुधार होने लगेंगे, इस पर डॉ. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि यह लोगों पर निर्भर करता है कि कब से केस में कमी आएगी. उन्होंने कहा कि, सबसे अहम काम कोरोना के ट्रांसमिशन चेन को तोड़ना है. इसके लिए सभी को कोरोना प्रोटोकॉल की कड़ाई से पालन करना होगा. सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें, मास्क लगाएं और बहुत जरूरी न हो तो घरों से न निकले.

वैक्सीनेशन के बाद भी बरतें सावधानीः डॉ. गुलेरिया का कहना है कि कई जगहों पर लोग कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद भी संक्रमित हो रहे हैं. ऐसे में उन्होंने कहा है कि वैक्सीन सो फीसदी कारगार नहीं है. वैक्सीनेशन के बाद 80 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी बनेगी. ऐसे में जरूरी है कि वैक्सीन के बाद भी कोरोना गाइडलाइन का पालन करें. उन्होंने यह भी कहा फिलहाल कोरोना के जितने वेरिएंट है सभी पर वैक्सीन कारगर है.

ऐसे टूटेगी कोरोना की चेन

ऐसे में अब उन राज्यों में कोरोना के मामले कब कम होंगे ये उस राज्य के लोगों पर निर्भर करता है। राज्य के लोग जितना अधिक सावधानी बरतेंगे उतनी ही तेजी से उन राज्यों में कोरोना के मामले कम होंगे।ऐसे में लोग घर पर रहें और जरूरत पड़ने पर घर से बाहर निकलें वो भी मास्क पहनकर। आपकी ये सावधानी ही आपको कोरोना से बचाएगी।