लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बस्ती में राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के बाद बीजेपी पर तंज कसा। अखिलेश ने कहा कि हम राजनीति करने वाले लोग हैं। इन को परीक्षा देनी पड़ती है। जैसे दसवीं की बारहवीं की परीक्षा होती है, उसी तरह ईडी भी एक है। अखिलेश यादव ने कहा है कि ईडी का मतलब अब ‘Examination in Democracy’ बन गया है। उन्होंने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि ED का मतलब अब ‘Examination in Democracy’ बन गया है। राजनीति में विपक्ष को ये परीक्षा पास करनी होती है। जब सरकार स्वयं फ़ेल हो जाती है तब वो इस परीक्षा की घोषणा करती है। जिनकी तैयारी अच्छी होती है वो न तो लिखा-पढ़ी की परीक्षा से डरते हैं, न मौखिक से… और कभी डरना भी नहीं चाहिए।
अखिलेश ने कहा कि डेमोक्रेसी में सोचिए परीक्षा हो रही है और इस तरह सरकार हमेशा करती आई हैं जो सरकार ताकतवर है। आज उत्तर प्रदेश में देख लो लेखपाल तहसीलदार एसडीएम मिल जाए वह आपके घर को गिरा देंगे आज किसी की भी जमीन किसी के नाम पर चढ़ा देंगे। आपके 1 एसओ से संबंध अच्छे हो, मिठाई ठीक दे दे तो किसी पर भी मुकदमा करा सकते हैं यह ईडी की परंपरा से लोगों को परेशान किया जा रहा है। ये संस्कृति बंद होना चाहिए। अगर कभी कांग्रेस ने किया है तो बीजेपी को उस का उदाहरण नहीं बनना चाहिए।
ED का मतलब अब ‘Examination in Democracy’ बन गया है। राजनीति में विपक्ष को ये परीक्षा पास करनी होती है। जब सरकार स्वयं फ़ेल हो जाती है तब वो इस परीक्षा की घोषणा करती है। जिनकी तैयारी अच्छी होती है वो न तो लिखा-पढ़ी की परीक्षा से डरते हैं, न मौखिक से… और कभी डरना भी नहीं चाहिए।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 15, 2022
क्राॅस वोटिंग करने वालीं भाजपा विधायक शोभारानी के बगावती तेवर
वहीं नुपूर शर्मा मामले पर सपा नेता ने कहा कि बीजेपी अगर कहती है कि हम संविधान और कानून के साथ हैं तो कानून के तहत अपने कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं। बीजेपी को संकल्प लेना चाहिए कि ऐसे प्रवक्ता जो किसी को अपमानित करते हैं, किसी के धर्म के खिलाफ बोलते हैं, उन्हें आजीवन पार्टी से बाहर निकालने का संकल्प लेना चाहिए।