कोरबा। कुसमुंडा खदान में काम के दौरान ठेका श्रमिक की मौत पर बिफरे ग्रामीणों ने शव को लेकर प्रदर्शन करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. मौके पर पहुंचे पुलिस समेत एसईसीएल के अधिकारी-कर्मचारी ग्रामीणों को समझाने में जुटे हैं.
जानकारी के अनुसार, नारायणी ठेका कंपनी के कर्मचारियों ने 39 वर्षीय लल्लू पटेल को बीमार बताकर घर में छोड़ा था. निजी अस्पताल में लल्लू पटेल की जांच के दौरान डॉक्टरों ने कुछ घण्टे पहले ही मौत हो जाने की बात कही. मौत की सूचना के बाद परिजन भड़क गए और शव को लेकर कुसमुंडा खदान पहुंचे, और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं.
मृतक के परिजनों का आरोप है कि खदान में कार्य के दौरान लल्लू पटेल की मौत हो गई थी, जिसके बाद नारायणी कम्पनी के कर्मचारी उसके शव को बाइक में रस्सी से बांधकर ले लाए थे. खदान में काम बंद कराए जाने की सूचना पर एसईसीएल अधिकारियों के साथ पुलिस मौके पर पहुंची है, जहां प्रदर्शनकारी ग्रामीणों को मनाने का प्रयास किया जा रहा है.