धर्म सभा में गरजे अवधेशानंद महाराज, कहा- हिंदू अगर कट्टर हो गया तो धरती पर शांति और समाधान के खुल जाएंगे द्वार…

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। हम आर्य हैं, सनातनी हैं, हिंसा से दूर हैं, हम हिंदू थे, हिंदू हैं, और रहेंगे, वन और वनवासी कभी हिंदुओं से अलग नहीं रहे. हर दिन मंदिर जाइए. हिंदू अगर कट्टर हो गया तो धरती पर शांति और समाधान के द्वार खुल जाएंगे. यह बात अवधेशानंद महाराज ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए कही.

राजधानी के रावणभाठा मैदान में आयोजित धर्म सभा में अवधेशानंद महाराज में जुटे साधु-संतों और श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए आयोजन को लेकर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की धरती में कुंभ जैसा दृश्य दिख रहा है. सभी महान धर्म पुरुष यहाँ उपस्थित हैं. पूरे देश से यात्राएँ निकलकर पहुँची हैं. पूरे संसार मे हिंदू धर्म संस्कृति और संस्कार अपनाई जा चुकी है.

अवधेशानंद महाराज ने कहा कि अमेरिका के विश्विद्यालय के अनुशंधान में प्रमाणित हुआ कि हिंदू धर्म संस्कार सबसे ज्यादा प्रभावशाली है. न्यूटन का सिद्धांत, सिद्धांत नहीं साक्षात्कार है. हमारे महापुरुषों ने कभी किसी अविष्कार या सिद्धांत का श्रेय नहीं लिया, पूरा संसार हिंदू की दृष्टि में परिवार है, लेकिन पश्चिम की दृष्टि में बाज़ार है.

भारत की प्रगति से ही दुनिया की प्रगति संभव

उन्होंने कहा कि भारत G20 की अध्यक्षता कर रहा है. एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य, ये नारा हमारा है, दुनिया के अर्थशास्त्री मानते हैं कि भारत की प्रगति से ही दुनिया की प्रगति संभव है. दुनिया को अगर कोई मंदी से रोक सकता है, तो वो भारत ही है. पीएम की योग, विदेश नीति और कोरोना प्रबंधन के लिए तारीफ की, अगर हिंदुस्तान में रहने वाला हिंदू नहीं है, तो फिर कौन है.

सबसे ज्यादा धर्मांतरण गैर भाजपा राज्यों में ही क्यों

धर्म सभा में शामिल अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दिल्ली में धर्म सभा आयोजित करने के बयान पर कहा कि देशभर में चल रही साज़िशों के कुछ चरण छत्तीसगढ़ में भी हैं. नक्सलवाद से प्रभावित सर्वाधिक ज़िले छत्तीसगढ़ में हैं, सबसे ज्यादा धर्मांतरण गैर भाजपा शासित राज्यों में ही क्यों हो रहा है.

संविधान में हमारी आस्था, लेकिन संशोधनों में नहीं

उन्होंने कहा कि जगद्गुरु की गिरफ़्तारी होती है, लेकिन दिल्ली का शाही इमाम गिरफ्तार नहीं होता है. छत्तीसगढ़ में संतों को गिरफ्तार करके महीनों जेल में रखा जाता है. आंबेडकर के प्रायोजित संविधान में हमारी पूर्ण आस्था है, संविधान हिंदू राष्ट्र का है, इसलिए रामराज्य की तस्वीर है. एससी-एसटी हिंदू ही है, लेकिन सेक्युलर और समाजवादी शब्द पर हमारी कोई आस्था नहीं है, क्योंकि उसे अलग से जोड़ा गया है. संविधान में आस्था है, संशोधनों में कोई आस्था नहीं है. प्रदेश की गली-गली में संत घूमे हैं.

इसके पहले हनुमान चालीसा पाठ एवं मंत्रोच्चारण के साथ धर्मसभा का शंखनाद हुआ. देशभर से आए साधु संत मंच पर मौजूद थे. कार्यक्रम में गौ-सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास भी पहुंचे थे. इनके अलावा बड़ी सँख्या में भाजपा के दिग्गज पहुँचे थे. इनमें विधायक बृजमोहन अग्रवाल, रामविचार नेताम, सांसद सुनील सोनी, देवजी भाई पटेल, संजय श्रीवास्तव व अन्य शामिल हैं.