भारी आक्रोश के बीच निकली कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की शव यात्रा, घूस नहीं दी तो आईपीएस ने मरवा दी थी गोली!

Chhattisgarh Crimes

कानपुर। भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों का वीडियो वायरल कर महोबा के तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार पर रंगदारी मांगने का आरोप लगाने वाले क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी का शव सोमवार को परिजनों को सौंपा गया. रविवार शाम इंद्रकांत त्रिपाठी की कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. भारी पुलिस बल की मौजूदगी में उनकी शव यात्रा निकली. उधर परिजनों में आक्रोश देखने को मिला.

इंद्रकांत के परिजनों की मांग है कि मामले में जितने भी आरोपी हैं उन्हें गिरफ्तार किया जाए. साथ ही भ्रष्ट अफसरों को नौकरी से निकालते हुए उन्हें जेल भेजा जाए. इतना ही नहीं परिवार के लिए सुरक्षा की भी मांग की गई है. परिजनों की मांग है कि इंद्रकांत के दोनों बच्चे अभी छोटे हैं. सरकार उनके पढ़ाई का खर्च उठाए साथ ही परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए. इससे पहले जैसे ही पुलिस ने शव परिवार को सौंपा वहां कोहराम मच गया. परिजनों ने आरोपियों की गिरफ़्तारी तक शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया. हालांकि आला- अफसरों के समझाने पर वे तैयार हुए. भारी पुलिस बल के बीच इंद्रकांत त्रिपाठी की शव यात्रा निकली.

गौरतलब है कि महोबा जिले के पुलिस अधीक्षक और आईपीएस अधिकारी मणिलाल पाटीदार ने हर महीने छह लाख रुपए की घूस ना देने पर एक व्यापारी की हत्या पुलिसकर्मियों से करवा दी। व्यापारी की मौत होने से सनसनी मचा गयी। महोबा के कारोबारी ने आईपीएस से जान का खतरा होने का आरोप लगाया था, जिसके कुछ घंटों बाद ही उसे गोली मार दी गयी थी। कानपुर में कारोबारी का इलाज चल रहा था, जहां उसकी मौत हो गयी।

व्यापारी की मौत के बाद मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मौत पर यूपी पुलिस और सरकार पर निशाना साधा है। गौरतलब है कि महोबा के एसपी रहे मणिलाल पाटीदार पर आरोप है कि उन्हें जिले के एक कारोबारी से हर महीने छह लाख की वसूली शुरू की थी। कहा गया कि आईपीएस ने वसूली की पहली किस्त भी ले ली थी। आगे की किस्तें देने में असमर्थता जताने पर एसपी ने अपने मातहतों से कहकर व्यापारी को गोली मरवा दी। जिसके बाद व्यापारी की मौत हो गई।