राजमिस्त्री संदीप लकड़ा मर्डर केस में बड़ी कार्रवाई, टीआई लाइन अटैच, विवेचक और आरक्षक सस्पेंड

Chhattisgarh Crimes

सरगुजा। सीतापुर संदीप लकड़ा हत्याकांड में सरकार एक्शन मोड में आ गई है। सीतापुर थाना प्रभारी को लाइन अटैच करने के साथ ही घटना के विवेचक आरसी राय व एक आरक्षक को सस्पेंड कर दिया है। शनिवार को आदिवासी समाज के पदाधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ जमकर बवाल मचाया। भारी भीड़ के बीच से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग लगातार उठते रही। दबाव के चलते आज सरगुजा एसपी ने बड़ी कार्रवाई की है।

जल जीवन मिशन योजना के तहत मैनपाट के लुरैना में बनाए जा रहे फाउंडेशन के नीचे संदीप का शव मिला है.इस मामले में पुलिस ने ठेकेदार समेत 6 आरोपियों को नामजद किया है.जिसमें से 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

राजमिस्त्री संदीप लकड़ा मर्डर केस ने तूल पकड़ लिया है। जघन्य हत्याकांड के विरोध में आदिवासी समाज सडक़ पर उतर आया है। सर्व आदिवासी समाज ने शनिवार को सीतापुर थाने का घेराव किया। बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोगों थाने के सामने एनएच जाम कर पुलिस व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बीते 5 घंटे से एनएच पर जाम लगा रहा।

क्या है मामला

बेलजोरा के रहने वाले संदीप लकड़ा 7 जून से लापता था. जिसकी शिकायत थाने में पत्नी परिजनों के साथ दर्ज कराने गई थी.लेकिन पुलिस ने टालमटोल करते हुए मामला दर्ज नहीं किया था. इसके बाद परिजनों ने आदिवासी समाज के साथ थाने का देर रात तक घेराव किया था.इसके बाद एफआईआर दर्ज की गई थी. इस पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई है. जिसका आरोप परिजनों और पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने लगाया था।

काम आया दबाव

घटना की जानकारी समाज के पदाधिकारियों को मिली तब एकजूट हुए और सर्व आदिवासी समाज बलरामपुर और सरगुजा के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। समाज के दबाव के चलते पुलिस ने एफआइआर दर्ज किया। जांच के नाम पर पुलिस परिजनों को ही परेशान करने लगी। 27 अगस्त को अकबर राम कोर्राम (पूर्व डीआईजी) प्रदेश अध्यक्ष गोंडवाना महासभा के नेतृत्व में पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधि मंडल सरगुजा एसपी से मिला व घटना की निष्पक्ष जांच करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। शनिवार को एक बार फिर समाज के पदाधिकारी व ग्रामीणों ने जमकर दबाव बनाया।