हालांकि, RPF ने दलाली के इस बड़े खेल के मोडस आपरेंडी के संबंध में कोई जानकारी आफिशियली दी नहीं है। न ही ये बताया है कि तीन सालों में पकड़े गए ये आरोपी किसी बड़े गैंग के लिए काम कर रहे थे या छोटे-छोटे इंडिविजुअल ग्रुप में काम कर रहे थे।
RPF और रेलवे अधिकारियों से पूरे मामले पर हमने बात करने का प्रयास किया, लेकिन उनकी ओर से कोई रिप्लाई हमें मिला नहीं। इन 756 दलालों को रेलवे के वाणिज्य और रेलवे सुरक्षा बल विभाग ने छापेमारी कर संयुक्त कार्रवाई में पकड़ा है।
ऑनलाइन टिकट बुकिंग में हो रहा खेल
RPF की ओर केवल इतना ही बताया गया कि पिछले कुछ समय से देश के सभी जगहों से ई-टिकट की सुविधा के तहत टिकट दलाल नियम विरुद्ध टिकटों की बुकिंग और कालाबाजारी कर रहे थे। जिसके बाद ऑपरेशन उपलब्ध लॉन्च किया गया था और इसी के तहत कार्रवाई की गई।
स्पेशल ड्राइव चलाकर जून में 30 दलाल गिरफ्तार
RPF की ओर से पिछले कुछ महीनों में दलालों के खिलाफ हर माह दो से तीन स्पेशल ड्राइव चलाए गए। इन ड्राइव में तीनों मण्डलों में अपराध गुप्तचर शाखा की टीम को शामिल किया गया। टीम ने सिर्फ जून में ही 30 अवैध टिकट दलालों को गिरफ्तार किया है।
रेलवे बोर्ड के मार्गदर्शन में अवैध टिकट दलालों पर कार्रवाई करने के लिए ये ऑपरेशन पूरे देश में चलाया जा रहा है। जिसके तहत रेलवे सुरक्षा बल, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने त्योहारों के समय और छुट्टी के दौरान विशेष अभियान चलाकर अवैध टिकट दलाली पर रोकने की कार्रवाई कर रही है।
2023, 2024 और जून, 2025 तक 756 अवैध टिकट दलालों के विरूद्ध कार्रवाई की गई है। इनसे कुल 2,43,10,000 रूपए की ब्लैक टिकट जब्त की गई है ।
RPF की अपील
रेलवे सुरक्षा बल ने यात्रियों से अपील की है कि टिकट हमेशा अधिकृत वेबसाइट या IRCTC ऐप के माध्यम से ही बुक करें। अवैध रूप से खरीदे गए टिकट पर यात्रा करना दंडनीय अपराध है। RPF की ओर से कहा गया है कि “अभियान आगे भी जारी रहेगा। हमारा लक्ष्य है कि हर यात्री को नियम अनुसार यात्रा का अधिकार मिले और अवैध दलाली को पूरी तरह समाप्त किया जाए।”