भाजपा प्रभारी पुरंदेश्वरी का आरोप- बेरोजगारी से छत्तीसगढ़ के युवा निराश, इसलिए कर रहे आत्महत्या

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। भाजपा की छत्तीसगढ़ प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा है कि यहां के युवा बेरोजगारी से निराश और हताश हैं, इसलिए आत्महत्या कर रहे हैं। तीन साल में 20 हजार लोगों ने आत्महत्या की है। इनमें 10 हजार युवा हैं, जिनकी उम्र 18 से 30 साल है।

कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में पत्रकारों से चर्चा में पुरंदेश्वरी ने राज्य सरकार को अब तक कितने युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया और कितने रोजगार दिए हैं, उस पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है। पुरंदेश्वरी ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने 36 वादे किए थे। इन्हें पूरा नहीं किया। 10 लाख युवाओं को हर महीने 2500 रुपए बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था। राज्य सरकार यह बताए कि कितने युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया गया, क्योंकि यदि हर माह भत्ता दिया जाता है कि एक साल में 3000 करोड़ खर्च आएगा और चार सालों में 12 हजार करोड़ खर्च आएगा।

भाजपा प्रभारी ने कहा कि एक निजी एजेंसी की रिपोर्ट के हवाले से सरकार दावा करती है कि छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर सबसे कम है, लेकिन एक मीडिया के सर्वे में यह बात सामने आई थी कि यहां बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है। सरकार यहां 400 पदों के लिए विज्ञापन जारी करती है और 20 हजार आवेदन आते हैं। चपरासी के 90 पदों के लिए 2.25 लाख युवाओं ने आवेदन किया है। युवा मोर्चा ने जब बेरोजगार टेंट लगाया, तब उसमें 2.80 लाख युवाओं ने ऑफलाइन आवेदन किया था, जबकि ऑनलाइन आवेदन अभी भी आ रहे हैं।

पुरंदेश्वरी ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल और उनके मंत्री लगातार झूठे वादे कर रहे हैं। क्या उन्हें कोई श्राप है, जो वे सच नहीं बोल सकते, क्योंकि उससे उनके सिर के हजारों टुकड़े हो जाएंगे। भाजपा प्रभारी ने क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल पर सीएम की टिप्पणी को अमर्यादित बताया है। उन्होंने कहा कि यह सीएम की भाषा नहीं हो सकती। भाजपा के 15 सालों में दिए गए रोजगार पर उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में हर साल नियमित रूप से कैलेंडर जारी होता था, लेकिन अब तो कैलेंडर भी जारी नहीं हो रहा। पीएससी माफिया का अड्‌डा बन गया है।

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