शराब तस्करी में पकड़ाया भाजपा नेता; पार्टी ने कार्रवाई को फर्जी बताया

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। राजनांदगांव पुलिस ने 21 सितम्बर की रात पाटेकोहरा चेकपोस्ट पर भाजपा नेता जयराम दुबे को 13 लीटर शराब के साथ पकड़ा है। आरोप है कि, वे महाराष्ट्र से शराब तस्करी कर रहे थे। वहीं भाजपा ने आरोप लगाया है कि जयराम दुबे, सूचना का अधिकार कानून-RTI का उपयोग कर सरकार की पोल खोल रहे थे। इसकी वजह से दुबे को शराब तस्करी के मामले में फंसाया गया है।

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता, नलिनीश ठोकने और भाजपा RTI प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ. विजय शंकर मिश्रा ने गुरुवार को पार्टी कार्यालय एकात्म परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। उनका कहना था, जयराम दुबे RTI प्रकोष्ठ के नेता हैं। वे नागपुर से रायपुर आ रहे थे। उनकी गाड़ी पर बड़े अक्षरों में सूचना का अधिकार प्रकोष्ठ-भाजपा लिखा हुआ था। उसी से उनकी पहचान कर 30-35 पुलिस कर्मियों ने उनको रोका। उनसे कार की डिक्की खोलने को कहा गया।

नेताओं ने बताया, पुलिस वालों ने खुद ही उनकी गाड़ी में शराब की बोतलें रखी। उसे चलवाकर बैरीकेट तक ले गए और वहां शराब जब्ती का अभिनय किया। उनके खिलाफ आबकारी कानून के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। इससे पहले उनके किसी परिजन को गिरफ्तारी की सूचना भी नहीं दी गई। भाजपा नेताओं का आरोप था कि सरकार भाजपा कार्यकर्ताओं को ऐसे ही झूठे मामलों में फंसा रही है। भाजपा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।

भाजपा RTI प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ. विजय शंकर मिश्रा का कहना था, जयराम दुबे ने RTI आवेदन लगाकर गोबर खरीदी घोटाला खोला था। दस्तावेजों से यह बात सामने आई थी कि गोठानों ने उन लोगों से गोबर खरीदना दिखाया है जो गांव में रहते ही नहीं है। ऐसे भी लोग हैं जिनके पास मवेशी भी नहीं है। उन्होंने आबकारी विभाग के भ्रष्टाचार और कोविड दवा खरीदी से जुड़ी अनियमितता का मामला भी उजागर किया। इसकी वजह से सरकार उन्हें फंसा रही है।