रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने अब से थोड़ी देर पहले 10वीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया। ऐसा पहली बार हुआ है जब बोर्ड ने बिना लिखित परीक्षा कराए परिणाम जारी किए हैं। आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर जारी हुए परीक्षा परिणाम में कोई बच्चा फेल नहीं हुआ। वहीं 97% बच्चे तो प्रथम श्रेणी में पास हुए हैं।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया, इस परीक्षा में कुल 4 लाख 61 हजार 93 बच्चों का आंतरिक मूल्यांकन किया गया था। इसमें सभी पास हो गए हैं। जिन बच्चों ने असाइनमेंट जमा नहीं किया था, उनको भी न्यूनतम अंक देकर पास कर दिया गया है। इनमें से 4 लाख 46 हजार 393 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी में पास हुए हैं। यह कुल परीक्षार्थियों को 97% है। 9 हजार 24 विद्यार्थियों को द्वितीय श्रेणी के अंक मिले हैं। वहीं 5 हजार 673 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी के अंकों के साथ पास हुए हैं।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने बताया, लिखित परीक्षा आयोजित नहीं होने से इस बार बोर्ड मेरिट सूची जारी नहीं कर रहा है। परीक्षा परिणाम को छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की वेबसाइट cgbsc.nic.in पर देखा जा सकता है। इससे अंकपत्र की कॉपी भी डाउनलोड की जा सकती है।
जो नंबरों से संतुष्ट नहीं उसे परीक्षा देनी होगी
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा, इस बार के परीक्षा परिणाम केवल आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर जारी किए गए हैं। ऐसे में फिर से अंकों की जांच और दोबारा मूल्यांकन का प्रावधान उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। जो विद्यार्थी अपने नंबरों से संतुष्ट नहीं है उसे श्रेणी सुधार का मौका दिया जाएगा। बाद में उसकी एक परीक्षा होगी।
4686 स्वाध्यायी छात्र भी पास
बताया गया कि इस बार 4 हजार 686 परीक्षार्थी स्वाध्यायी के तौर पर परीक्षा में शामिल हुए थे। उनमें से सभी पास हो गए हैं। बोर्ड ने 6 हजार 168 विद्यार्थियों का परीक्षा फार्म रिजेक्ट कर दिया था। ऐसे में वे लोग इस परीक्षा में शामिल नहीं माने गए।
51% लड़कियां पास हुईं
माध्यमिक शिक्षा मंडल के मुताबिक इस परीक्षा में 2 लाख 31 हजार 999 लड़कियां पास हुई है। यह कुल परीक्षार्थियों को करीब 51% हिस्सा है। इनमें भी 98% प्रथम श्रेणी में और 1.30% द्वितीय श्रेणी में परीक्षा पास कर गई हैं।
पिछली बार से ज्यादा परीक्षार्थी थे
कोरोना संकट के बीच इस वर्ष हाईस्कूल में पिछले वर्ष से कहीं अधिक परीक्षार्थी थे। 2020 में 3 लाख 87 हजार बच्चों ने 10वीं की परीक्षा थी। इस बार यह संख्या बढ़कर 4 लाख 61 हजार से अधिक हो गई। पिछली बार 10वीं का परीक्षा परिणाम 73% था, इस बार यह बढ़कर 100% हो गया है।