सात फेरों से पहले दुल्हन की मौत, घरवालों ने छोटी बहन से दूल्हे की करा दी शादी

Chhattisgarh Crimes

इटावा। बरात आई. खूब स्वागत सत्कार हुआ. शादी की रस्में हुईं. दूल्हा दुल्हन ने एक दूसरे को स्टेज पर जयमाला पहनाई. दुल्हन की मांग भरी जा चुकी थी. रात के करीब ढाई बजे मंडप में सात फेरों की तैयारी चल रही थी. दुल्हन मंडप में थी, तभी अचानक दुल्हन बेहोश हुई और मंडप में ही तोड़ दिया. इस घटना से हाहाकार मच गया. दुल्हन की मंडप में हार्ट अटैक से मौत हो गई. इस बेहद अकल्पनीय हादसे से अचानक मातम छा गया.

दरअसल, यह मामला इटावा के भरथना क्षेत्र का है, यहां समसपुर में हो रही शादी में यह घटना घटी है. दुल्हन पक्ष के महेश चंद ने बताया कि मंगलवार 25 मई को उसकी बहन सुरभि का विवाह मंजेश ग्राम नावली चितभवन के साथ धूमधाम से हो रहा था. बारात के आने पर दुल्हन पक्ष ने बारात का स्वागत किया और कार्यक्रम शुरू हुआ. रात करीब साढ़े आठ बजे से द्वारचार के साथ शुरू हुई रस्मों में वरमाला, मांग भराई समेत अन्य कई रस्में पूरी हो चुकी थीं, सात फेरों के लिए दूल्हा-दुल्हन दोनों पक्ष तैयारी में जुटे थे, इसी बीच रात्रि करीब ढाई बजे दुल्हन अचानक बेहोश हो गई, दुल्हन के बेहोश होते ही घर में हड़कंप मच गया.

आनन-फानन में परिजन दुल्हन को गांव स्थित एक निजी डॉक्टर के पास ले गए. डॉक्टर ने जांच पड़ताल कर दुल्हन की ह्रदय गति रूक जाने से उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद दोनों परिवार की खुशियां मातम में बदल गईं.

दुल्हन की मौत के कुछ ही देर में दोनों पक्षों में सहमति बनी कि दुल्हन की छोटी बहन निशा के साथ जल्दी से शादी की रस्मों को करा दिया जाए. सहमति के बाद मृत दुल्हन की बहन दुल्हन बनी. बहन जो कुछ देर पहले तक दूल्हे को जीजा कह रही थी उससे आनन फानन में उसकी शादी हो गई. बहन निशा से सात फेरों के बीच मृतक दुल्हन सुरभि का शव घर में ही रखा रहा. निशा को किसी तरह विदा कर दिया गया, इसके बाद सुबह सुरभि का अंतिम संस्कार किया गया.

दूल्हा के ताऊ अजब सिंह व दुल्हन के परिजन महेश चन्द्र ने बताया कि वैवाहिक कार्यक्रम विधिवत हिन्दू रीति रिवाज के साथ सम्पन्न हो रहा था. बारात स्वागत, बारात भ्रमण, जयमाला, दावत, गोद भराई, माँग भराई सहित कई रस्में हो चुकी थी. सात फेरों से पहले अचानक दुल्हन की तबियत बिगड़ी और कुछ ही मिनट में दुल्हन की मौत हो गई.