रायपुर। कोरोना महामारी के संकट काल में भी छत्तीसगढ़ के कुछ सरकारी अस्पतालों ने बेहतर काम किया है. केंद्र सरकार ने राज्य के 3 शासकीय जिला अस्पताल बीजापुर, नारायणपुर और कवर्धा को उत्कृष्ट गुणवत्ता का प्रमाण पत्र दिया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस उपलब्धि के लिए स्वास्थ्य विभाग सहित संबंधित जिलों के मैदानी अधिकारियों को बधाई दी है.
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भरोसा जताया है कि ये अस्पताल आगे भी अपनी उत्कृष्टता बरकरार रखते हुए मरीजों की सेवा करेंगे. उन्होंने समर्पित स्वास्थ्य सेवाओं के लिए उत्कृष्टता प्रमाण-पत्र हासिल करने वाले सभी अस्पतालों के अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई दी है.
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बीजापुर के जिला अस्पताल को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा और मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रमाण-पत्र (NQAS – National Quality Assurance Standard) दिया गया है. जिला अस्पताल नारायणपुर और जिला अस्पताल कवर्धा को प्रसव संबंधी उत्कृष्ट सेवाएं देने के लिए लक्ष्य सर्टिफिकेशन प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया है.
जिला अस्पताल नारायणपुर के मेटरनिटी ऑपरेशन थियेटर और लेबर रूम को 89-89 प्रतिशत और जिला अस्पताल कवर्धा के मेटरनिटी ऑपरेशन थियेटर को 89 प्रतिशत, लेबर रूम को 87 प्रतिशत अंक मिले हैं. प्रमाण-पत्र प्रदान करने के पूर्व भारत सरकार की विशेषज्ञों की टीम ने इस वर्ष फरवरी में अस्पतालों की ओपीडी, आई.पी.डी, प्रसव कक्ष, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन और जनरल एडमिन व्यवस्था का मूल्यांकन किया. मूल्यांकन में खरा उतरने वाले अस्पतालों को ही केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने प्रमाण-पत्र जारी किया है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला ने कहा कि इन तीनों सरकारी अस्पतालों ने राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रमाण-पत्र और लक्ष्य सर्टिफिकेशन प्रमाण-पत्र हासिल किया है. इससे प्रदेश के दूसरे अस्पताल भी लोगों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने को प्रेरित होंगे.