भाजपा को समाजों की चुनौती : सिंधी और गुजराती समाज से एक भी प्रत्याशी नहीं होने पर नाराजगी, माथुर को लिखी चिट्‌ठी

Chhattisgarh Crimes

रायपुर. छत्तीसगढ़ में भाजपा के संभावित प्रत्याशियों की सूची वायरल होने के बाद सिंधी और गुजराती समाज ने मोर्चा खोल दिया है. दोनों समाज ने भाजपा के छत्तीसगढ़ प्रभारी ओमप्रकाश माथुर को पत्र लिखा है. गुजराती समाज ने दो सीटें मांगी हैं, जबकि सिंधी समाज ने एक भी सीट नहीं मिलने की स्थिति में भाजपा को सहयोग करने, या नहीं करने का निर्णय लेने की बैठक बुला ली है.

छत्तीसगढ़ सिंधी पंचायत के संयोजक गोविंद वाधवानी की ओर से माथुर को लिखा गया एक पत्र सोशल मीडिया में वायरल है. इसमें उन्होंने लिखा है कि छत्तीसगढ़ में सिंधी समाज की जनसंख्या 10 लाख है और 20 विधानसभा सीटों पर वे प्रभाव रखते हैं. इसके बाद भी संभावित सूची में एक भी सिंधी समाज का उम्मीदवार नहीं है.

इधर, सर्व गुजराती समाज के प्रदेश सचिव अरविंद भानुशाली ने माथुर को लिखा है कि संभावित सूची में गुजराती समाज से एक भी नाम नहीं होने से समाज के लोग निराश हैं. समाज ने 90 में से कम से कम दो सीटें देने की मांग की है. बता दें कि इससे पहले देवजी भाई पटेल धरसीवां से प्रत्याशी रहे हैं. इस बार पटेल के अलावा धमतरी से प्रितेश गांधी भी दावेदारी कर रहे थे.

धमतरी में 1957 के अब तक 4 गुजराती

धमतरी सीट से 1957 से लेकर अब तक गुजराती समाज से चार विधायक रहे हैं. इनमें 1957 में पुरुषोत्तम पटेल, 1980 और 1985 में जया बेन व 1998 में हर्षद मेहता गुजराती समाज से विधायक रहे हैं. ये सभी कांग्रेस के विधायक थे. भाजपा ने कभी भी यहां गुजराती उम्मीदवार नहीं उतारा है.

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