जानकारी के मुताबिक, पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के आवास कोठीघर से 03 अगस्त की रात करीब 1 बजे दो युवकों ने 15 किलो वजनी पीतल की प्रतिमा की चोरी कर ली थी। चोरी की वारदात CCTV कैमरों में कैद हो गई थी। एक युवक चोरी के लिए पुराने पैलेस की ओर से कोठीघर में घुसते हुए दिखाई दिया। पोर्च में रखी हाथी की दो प्रतिमाओं में से एक को युवक चोरी कर बाहर निकल गया, जहां उसका दूसरा साथी इंतजार कर रहा था।
टुकड़ों में जब्त हुई मूर्ति, नशे का सामान भी जब्त मामले की रिपोर्ट कोठीघर के मैनेजर ने थाने में दर्ज कराई थी। जांच के दौरान कोतवाली पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि मो. शरिफउल्ला और मो. राजूल दोनों ने मिलकर कोठीघर अंबिकापुर से पीतल का हाथी चोरी की है और उसे बेचकर नशीला इंजेक्शन खरीद कर खैरबार रोड नहर किनारे में नशेड़ियों के पास बेच रहे हैं।
पुलिस ने दोनों को खैरबार नहर किनारे पकड़ा। उनके पास से एक प्लास्टिक का बोरा मिला, जिसमें नशीले इंजेक्शन रखे हुए मिले। बड़ी मात्रा में जब्त नशीले इंजेक्शन की कीमत कोतवाली पुलिस ने दो लाख रुपए आंकी है।
पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि चोरी करने के बाद उन्होंने पीतल के हाथी को इमरान मलिक के पास 7,500 रुपए में बेचा था। उसी पैसे से उन्होंने डाल्टेनगंज, झारखंड से नशीले इंजेक्शन खरीदे थे। पुलिस ने इमरान को भी गिरफ्तार किया एवं उसके पास से टुकड़े में हाथी की प्रतिमा बरामद की।
नारकोटिक्स एक्ट की भी कार्रवाई मामले में पुलिस ने आरोपी (01) मो. शरिफउल्ला खान (27 वर्ष) मो. राजुल अंसारी (27 वर्ष) दोनों निवासी मोमिनपुरा, अंबिकापुर, इमरान (20 वर्ष) निवासी मेरठ, वर्तमान पता दर्रीपारा अंबिकापुर को गिरफ्तार कर आरोपियों के खिलाफ चोरी एवं नारकोटिक्स एक्ट की धारा 21 (सी), 29 एनडीपीएस की कार्रवाई की है। पुलिस ने हाथी की मूर्ति को छिपाकर रखने के आरोपी साकिर हुसैन को भी मामले में सह आरोपी बनाते हुए गिरफ्तार किया है।
सरगुजा ASP अमोलक सिंह ने बताया कि आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।