मिली जानकारी के मुताबिक हेराफेरी करने वाले बैंक मैनेजर का नाम आशीर्वाद प्रियांशु (29) है, जबकि साथ देने वाले कैशियर का नाम अरुण मिश्रा (42) है। दोनों कोरबा जिले के टीपी नगर ब्रांच में पदस्थ थे। दोनों ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया है।
जानिए क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, जुलाई 2025 में कोरबा नगर निगम के राजस्व वसूली अधिकारी प्रदीप कुमार ने सिविल लाइंस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि नगर निगम के कर्मचारी राजस्व वसूली की रकम एक्सिस बैंक में जमा करते थे। अलग-अलग किश्तों में करीब 91 लाख 68 हजार 42 रुपए जमा किए गए थे।
उन्होंने बताया कि आशीर्वाद प्रियांशु और अरुण मिश्रा ने पैसे ले लिए, लेकिन निगम के खाते में सिर्फ 12 लाख 25 हजार 768 रुपए जमा हुए। दोनों ने मिलकर 79 लाख 42 हजार रुपए का गबन कर लिया। डेटा चेकिंग के दौरान मामले का खुलासा हुआ। पता चला कि कैश मैनेजमेंट सर्विसेज (सीएमएस) के जरिए गबन किया गया है।
मैनेजर और कैशियर ने मिलकर गबन किया पैसा
कोरबा CSP भूषण एक्का ने बताया कि राजस्व वसूली अधिकारी प्रदीप कुमार शिकायत पर FIR दर्ज की गई। शिकायत पर जांच की गई। जांच में पता चला कि दोनों आरोपियों ने मिलकर पैसे को गायब कर दिया था। दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
इस दौरान आशीर्वाद प्रियांशु और अरुण मिश्रा ने जुर्म स्वीकार कर लिया। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने हेराफेरी करने वाले बैंक मैनेजर आशीर्वाद प्रियांशु और कैशियर अरुण मिश्रा को जेल भेज दिया है।