प्रारबधिका दरगाहन गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने कंसेक्युटिव स्किपिंग में पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इतनी कम उम्र में अचीवमेंट मिलना वाकई अद्भुत है।
नए रिकॉर्ड बनाने लक्ष्य- प्रारबधिका
इस उपलब्धि से प्रारबधिका के पिता पंकज जाजू और माता सपना जाजू बेहद खुश हैं। उनकी इस सफलता से न केवल परिवार, बल्कि उनके स्कूल और पूरे शहर का नाम रोशन हुआ है। प्रारबधिका ने बताया कि इस अचीवमेंट के पीछे उनकी कड़ी मेहनत और निरंतर अभ्यास है।
उन्होंने कहा कि वह आगे भी स्किपिंग में अपना प्रदर्शन सुधारने के लिए मेहनत करेंगी। उनका लक्ष्य नए रिकॉर्ड बनाना और अपने प्रदर्शन को और बेहतर बनाना है।
प्रूफ के तौर पर जांच करने घर आए अधिकारी
प्रारबधिका के पिता पंकज जाजू ने बताया कि पहले आईडीआर में रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है। जिसके बाद दो फॉर्म भेजने पड़ते हैं। पहला डिक्लेरेशन फॉर्म, दूसरा वीकनेस फॉर्म भेजना पड़ता है। जिसके बाद प्रूफ के तौर पर जांच करने अधिकारी आते हैं। बच्चे का आईडी कार्ड देखते हैं।
29 जुलाई को वीडियो देखा गया और जांच की गई कि उसमें कोई छोड़छाड़ तो गई नहीं गई। इससे पहले का रिकॉर्ड 72 सेकेंड का था। प्रारबधिका का रिकॉर्ड कन्फर्म होने के बाद 4 अगस्त को कन्फर्मेशन मेल आया। अगले महीने मैगजीन में अपडेट किया जाएगा, फिर सर्टिफिकेट और मेडल आएगा।