बिलासपुर में लगातार बारिश का दौर जारी है।
जज, संभागीय कमिश्नर, निगम कमिश्नर समेत कई अधिकारियों के बंगलों में भी पानी घुस गया था। वहीं, SDM दफ्तर, आदिवासी विकास विभाग के हॉस्टल सहित दुकानों-मकानों में नाले का गंदा पानी भरा, जिससे लोग घंटों परेशान होते रहे।
इस दौरान समस्याओं का निराकरण करने का दावा करने वाले अफसर बेबस होकर खुद मुसीबतों का सामना करते रहे, फिर पंप मंगवाकर पानी निकाला गया। कई इलाकों में जलभराव ऐसा था कि लोग अपने ही घरों में कैद होकर रह गए थे।
इन इलाकों में लबालब पानी भरा
जिले में तेज बारिश से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। श्रीकांत वर्मा मार्ग, पुराना बस स्टैंड चौक, बंधवापारा, सिम्स चौक, कोतवाली चौक, जरहाभाठा, सरकंडा जैसे जलभराव वाले क्षेत्रों के साथ-साथ इस बार कई पॉश कॉलोनियां मीना बाजार, पारिजात, गया विहार, गुरु विहार में भी लबालब पानी भरा था।
मड पंप लगाकर पानी बाहर निकाला गया
सरकारी बंगलों में पानी घुसने से अफसर खुद हलाकान होते रहे। इस दौरान नगर निगम को आनन-फानन में मड पंप मंगवाकर पानी निकालने के लिए कर्मचारियों की ड्युटी लगानी पड़ी। घंटों की मशक्कत के बाद स्थिति थोड़ी सामान्य हुई। लेकिन, तब तक बंगलों में फर्नीचर समेत कई सामान भीग चुके थे।
SDM दफ्तर और हॉस्टल में भरा पानी
शहर में स्थिति ऐसी बन गई कि बारिश का पानी कोर्ट रूम तक चला गया था, जिससे काम प्रभावित हुआ। कैंपस में पानी इतना अधिक भर गया कि तालाब की तरह दिख रहा था। इस दौरान कार्यालय परिसर के साथ ही कोर्ट रूम तक पानी पहुंच गया।
लिहाजा, कर्मचारियों को फाइलों को सहेजने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। जिस वक्त तेज बारिश हुई उस वक्त एसडीएम मनीष साहू सुनवाई कर रहे थे। लेकिन, जलभराव को देखकर वो भी बेबस नजर आए।