इस हादसे में श्रमिक की मौत के बाद परिवार की जिंदगी पूरी तरह बदल गई है। पिछले 5 दिनों से उसका इलाज चल रहा था। लेकिन, रेलवे प्रशासन और ठेकेदार ने अब तक प्रताप बर्मन और उसके परिवार को किसी तरह से आर्थिक सहायता नहीं दी है। इसके चलते रेलवे प्रशासन और ठेकेदार के खिलाफ आक्रोश भड़क गया है।
सिरगिट्टी टीआई किशोर केंवट ने बताया कि हादसे में बुरी तरह से झुलसे श्रमिक का अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा था। गुरुवार की सुबह अस्पताल से सूचना मिली कि इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई है। जिसके बाद पुलिस अस्पताल पहुंची। इसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सिम्स लाया गया, जहां पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है