जानकारी के मुताबिक, मुखबिर की सूचना पर मोहन नगर पुलिस और एसीसीयू की संयुक्त टीम ने धमधा रोड स्थित सब्जी मंडी के पास घेराबंदी की। कार क्रमांक सीजी 07 सीएस 7776 की तलाशी ली। जिसमें लाल रंग के बैग में 246 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ। वहीं, मुख्य सरगना गुरजीत सिंह उर्फ रूड पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गया।
इंटरनेशनल बाजार में 25 लाख है कीमत
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि, यह गिरोह चिट्टा सप्लाई का बड़ा नेटवर्क चला रहा था। जिसे ध्वस्त कर दिया गया है। गिरोह लंबे समय से चिट्टा सप्लाई कर रहा था। जब्त नशे की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 25 लाख रुपए आंकी जा रही है। वहीं कार और नगदी समेत कुल बरामदगी की कीमत 31.25 लाख रुपए है।
पूछताछ में हड़बड़ाए
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि, ड्रग्स तस्कर ग्राहक खोज रहे हैं। पुलिस ने निशानदेही के आधार पर आरोपियों से पूछताछ की। लेकिन पूछताछ में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया और न ही नशे के संबंध में कोई वैध दस्तावेज पेश कर पाए। इसके बाद पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने इन आरोपियों को किया गिरफ्तार
- उज्जवल सिंह उर्फ गोलू (32), निवासी जामुल।
- मोन्टी अरोरा (32), हाउसिंग बोर्ड, भिलाई
- रजत पाण्डेय (27), सुपेला
- राहुल सिंह (32), हाउसिंग बोर्ड, भिलाई
- लोकेश कुमार ओगरे (26), भिलाई-03
- जगतार सिंह (36), खुर्सीपार।
कोर्ट से फरार हुआ एक आरोपी
इधर, पुलिस की गिरफ्त से एक आरोपी फरार हो गया है। गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर इस तस्करी के मुख्य सरगना गुरजीत सिंह उर्फ रूड को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वैशाली नगर और छावनी में इसके खिलाफ पहले से ही मामले दर्ज हैं।
गिरफ्तार करने के बाद जब इनको न्यायालय में पेश करने जा रहे थे, उस समय बाथरूम जाने के नाम पर यह वहां से फरार हो गया। बताया जा रहा है कि, आरोपी का पहले से ही परिसर के बाहर कोई महिला इंतजार कर रही थी। आरोपी ने बाथरूम जाने का बहाना बनाया और स्कूटी पर बैठकर फरार हो गया।