वीडियो में आरोपी यूपी रजिस्टर्ड कार से दोनों भाइयों को ले जाते दिख रहे हैं। लेकिन नंबर पर मिट्टी लगी हुई थी। इसलिए आरोपियों की पहचान करने में मुश्किल हो रही है। किडनैपिंग के बाद से दोनों का फोन भी बंद है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि दोनों भाई दुकान में बैठे थे, तभी कार से उतरकर 3-4 युवक अचानक आए। कॉलर पकड़कर जबरन गाड़ी में बिठाकर ले गए। वारदात इतनी तेजी से हुई कि आसपास खड़े लोग कुछ समझ ही नहीं पाए।
परिजनों का कहना है कि उनकी किसी से दुश्मनी नहीं थी। वहीं स्थानीय लोगों के अनुसार मामला ऑनलाइन सट्टा के पैसों के लेन-देने से जुड़ा हो सकता है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल ऐसा कोई एंगल सामने नहीं आया है। अपराधियों की तलाश की जा रही है।
अंडा का ठेला लगाते है दोनों भाई
शुभम शाह (27) और विष्णु कुमार शाह (31) दोनों रोजाना सुभाष चौक में अंडा रोल का ठेला लगाते हैं। इलाके में अपने सरल स्वभाव की वजह से लोगों के बीच लोकप्रिय है। परिजनों के अनुसार दोनों का किसी से विवाद नहीं था। अपहरण के बाद से दोनों के मोबाइल फोन भी बंद हैं।
गाड़ी यूपी की बताई जा रही
पुलिस की जांच में ये बात सामने आई है कि अपहरणकर्ताओं ने जिस गाड़ी का इस्तेमाल किया वह सफेद रंग की अर्टिगा थी। उस पर उत्तर प्रदेश का रजिस्ट्रेशन नंबर था। नंबर प्लेट पर मिट्टी लगी हुई थी, इसलिए लोग नंबर नहीं देख पाए। घटना के वक्त आसपास मौजूद युवकों ने भी देखा कि 4 लोग कार से उतरे और दोनों भाइयों को जबरन खींचकर ले गए।
ऑनलाइन गेम या सट्टा से जुड़ाव की अटकलें
स्थानीय स्तर पर चर्चा यह भी है कि मामला ऑनलाइन गेमिंग या सट्टा एप से जुड़ा हो सकता है। आशंका जताई जा रही है कि पैसे के लेन-देन की वजह से यह अपहरण की घटना हुई है। सट्टा एप से जुड़े होने के एंगल पर भी पुलिस जांच कर रही है।
हालांकि, पुलिस अफसरों ने कहा कि अपराधियों को पकड़ने के बाद ही मामले में सारी बातें क्लियर होगी। ऐसा कोई एंगल सामने नहीं आया है। फिलहाल, केवल अपहरण का मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
CCTV फुटेज खंगाल रही पुलिस
घटना स्थल सुभाष चौक पर लगे 2-3 CCTV कैमरों की फुटेज पुलिस ने खंगाली है, लेकिन अब तक कोई स्पष्ट तस्वीर सामने नहीं आई। कुछ दिन पहले भी आसपास के इलाकों में संदिग्ध युवकों को घूमते देखा गया था। अपहरण के दौरान भी कुछ लड़के स्कूल के पास खड़े दिखाई दिए थे, जिनकी तलाश अब पुलिस कर रही है।
इलाके में दहशत, लोगों ने जताई चिंता
इस वारदात के बाद स्थानीय लोगों में दहशत है। मोहल्लेवासियों का कहना है कि शुभम और विष्णु मेहनतकश थे और किसी से दुश्मनी नहीं थी। अपहरण की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों का कहना है कि चौराहों पर पुलिस की गश्त बढ़ाई जानी चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।