स्कूली छात्रों ने बताया कि, पानी में कीड़ा निकलने की जानकारी प्रिंसिपल महेश प्रजापति को दी गई। उन्होंने टंकी साफ कराने का आश्वासन दिया था, लेकिन टंकी साफ नहीं कराई गई। कई बच्चे अब भी नल का पानी पीते हैं। जब बड़ी संख्या में बच्चे पीलिया से पीड़ित हो गए तो उन्होंने टंकी का पानी पीना छोड़ दिया। इसके बाद भी प्रिंसिपल ने टंकी साफ नहीं कराई।
छात्रों ने बताया कि पीड़ितों का इलाज क्षेत्र के अलग-अलग हॉस्पिटलों के साथ अंबिकापुर में भी किया गया। मामले में जानकारी चाहे जाने पर स्कूल के प्रिंसिपल से संपर्क नहीं हो सका। बीएमओ बोले- पीलिया फैलने की जानकारी नहीं
इस मामले में वाड्रफनगर बीएमओ डर. हेमंत दीक्षित ने कहा कि, क्षेत्र में कहीं भी एक साथ पीलिया फैलने की जानकारी नहीं मिली है। पीलिया दूषित पानी पीने से फैलता है। सामान्य केस आ रहे हैं। बड़े पैमाने पर संक्रमण की बात नहीं आई है।