मामला उरला और तेलीबांधा थाना क्षेत्र का है। इनमें उरला क्षेत्र से गायब हुई एक बच्ची भंडारे का खाना खाकर पंडाल में सो गई थी, जो अगले दिन मिली। वहीं तेलीबांधा क्षेत्र के 2 बच्चे जगन्नाथ पूरी में मिले है।
पड़ोस में खेलते खेलते गायब हो गई थी
उरला पुलिस के मुताबिक, पिता ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसमें बताया कि उनके 7 साल की बेटी उरला में घर के पास शनिवार (13 सितंबर) को आस पड़ोस के बच्चों के साथ खेल रही थी। बच्ची को अंतिम बार यही देखा गया था। देर रात तक वह घर वापस नहीं आई।
सूचना मिलते ही 112 की टीम और उरला पुलिस की टीम आसपास बच्ची की तलाश में जुट गई। घर के आसपास दो बड़े तालाब थे, लोगों में डर था कि बच्ची किसी घटना का शिकार न हुईं हो।
पंडाल में खाना खाकर सो गई थी बच्ची
तभी आज सुबह पुलिस को सूचना मिली कि बच्ची के घर के पास दुर्गा पंडाल बन रहा है। पंडाल के कारीगर काम करने पहुंचे तो उन्होंने देखा कि एक बच्ची सोई हुई है। उन्होंने फौरन पुलिस को सूचना दी। ये वही गुमशुदा वाली बच्ची निकली।
पिता ने अपनी बेटी को पहचान लिया। पता चला की बच्ची भंडारे में खाना खाकर पंडाल में सो गई थी। उरला थानेदार रोहित मानेकर ने बताया कि पुलिस ने बच्ची को सही सलामत बरामद कर पिता को सौंप दिया है।
11 साल के दो बच्चे जगन्नाथ पुरी निकल गए
इसी तरह तेलीबांधा के सड्डू एरिया में रहने वाले 2 बच्चे शनिवार (13 सितंबर) दोपहर अचानक गायब हो गए। दोनों की उम्र करीब 11 साल थी। परिजनों ने उनकी आसपास तलाश की लेकिन कहीं नहीं मिले।
जिसके बाद तेलीबांधा पुलिस को सूचना दी गई। इस बीच रविवार को बच्चों ने परिजनों को फोन पर सूचना दी की वह जगन्नाथ पुरी में है। परिजन बच्चों को वापस लाने के लिए पूरी रवाना हुए है