ये तीनों आरोपी एक ही परिवार के सदस्य हैं जो लंबे समय से फरार चल रहे थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दो महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं। उनके कब्जे से 16 किलो गांजा मिला है। जिसकी कीमत करीब साढ़े 4 लाख है।
पुलिस ने उन्हें पड़ोसी राज्य ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के ग्राम वलींगा से गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
आरोपी ने अवैध रूप से घर में छिपाकर रखा था
यह मामला ग्राम कुकरगांव मोहनीपूरी का है। घटना 24 अगस्त 2025 की है, जब पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ग्राम कुकरगांव मोहनीपूरी निवासी निगरानी बदमाश रामप्रताप यादव अपने घर में अवैध रूप से गांजा छिपाकर रखता है और उसकी तस्करी करता है।
सूचना मिलने पर पुलिस टीम गठित की गई। जब पुलिस टीम आरोपी के घर पहुंची, तो रामप्रताप यादव सहित उसके परिजनों ने पुलिस दल का विरोध किया और घर में ताला लगाकर फरार हो गए। स्थिति संदेहास्पद होने पर पुलिस ने विधिवत पंचनामा तैयार कर घर का ताला तोड़ा और तलाशी ली।
तलाशी के दौरान पुलिस को घर के भीतर कई जगह गांजा छिपा हुआ मिला। सोफे के नीचे, कूलर के अंदर और आंगन में खड़ी सफेद रंग की स्कॉर्पियो वाहन (क्रमांक CG14MD5804) में प्लास्टिक की थैलियों में बांधकर रखा गया 16 किलोग्राम अवैध मादक पदार्थ गांजा बरामद हुआ। बरामद गांजा की अनुमानित बाजार कीमत लगभग ₹4 लाख 50 हजार बताई गई है।
पुलिस ने तस्करी में प्रयुक्त स्कॉर्पियो वाहन और एक स्कूटी को भी जब्त किया। घटनास्थल से बरामद गांजा और वाहनों के आधार पर आरोपी रामप्रताप यादव के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।