
सूचना मिलते ही रायगढ़ रेंज की टीम, उड़नदस्ता और वनकर्मी मौके पर पहुंचे। वहां छुहीपारा निवासी 26 वर्षीय महेंद्र यादव मिला, जिसे वन अमले ने मौके से हिरासत में ले लिया।
इसके बाद ट्रक में भरी लाखों रुपये मूल्य की अवैध लकड़ियों को जब्त कर उर्दना काष्ठागार भेजा गया। इसी दौरान वन अमले को फिर सूचना मिली कि तस्कर कोतरा रोड ओवरब्रिज के पास एक स्कॉर्पियो में मौजूद हैं। हालांकि, जब टीम वहां पहुंची, तो तस्कर वाहन छोड़कर फरार हो चुके थे।
वन विभाग ने स्कॉर्पियो को भी जब्त कर डिपो ले आए। मामले में वन अधिनियम के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है। पहले से डंप किया गया होगा
बताया जा रहा है कि जिस क्षेत्र से लकड़ी जब्त की गई है, वहां कोई जंगल नहीं है। ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि तस्करों ने प्रतिबंधित पेड़ों की कटाई किसी अन्य स्थान पर की और लकड़ी को यहां लाकर डंप किया गया था। इसके बाद रात के समय उसे ट्रक में लोड कर कहीं छिपाने की तैयारी की जा रही थी, तभी वन अमले को इसकी सूचना मिल गई। आंकलन किया जा रहा है
रेंजर हेमलाल जायसवाल ने बताया कि रात में सूचना मिलने पर टीम ने कार्रवाई की, जिसके दौरान ट्रक में लदी अवैध लकड़ी को जब्त किया गया। फिलहाल जब्त की गई लकड़ी का मूल्यांकन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि मूल्यांकन के बाद ही प्रतिबंधित लकड़ी की कुल कीमत का पता चल सकेगा। पकड़े गए आरोपी से पूछताछ जारी है, ताकि इस अवैध कारोबार से जुड़े अन्य तस्करों की भी पहचान की जा सके और आगे आवश्यक कार्रवाई की जा सके।