
एसपी अंकिता शर्मा के पदभार संभालने के बाद पुलिस विभाग में निचले स्तर पर बदलाव किए गए हैं। कई थानों से पुराने आरक्षकों को हटाकर नए आरक्षकों को तैनात किया गया है, जिससे आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने में मदद मिल रही है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा के नेतृत्व में इस अभियान के लिए 3 राजपत्रित अधिकारी, 6 इंस्पेक्टर और लगभग 100 पुलिस जवानों की 4 टीमें गठित की गईं। इन टीमों ने थाना बसंतपुर और लालबाग क्षेत्र के चिन्हित एवं संदिग्ध इलाकों में सघन गश्त कर दबिश दी।
इन इलाकों में की गई कार्रवाई
रात्रि गश्त के दौरान, पुलिस बल ने थाना बसंतपुर क्षेत्र के डबरीपारा, कुआंचौक, नंदई, चौखड़ियापारा, इंदरानगर, बांसपाईपारा, सागरपारा, ब्राम्हणपारा, प्रभातनगर, बंगालीचाल, शिकारीपारा, शिवनगर जैसे स्लम क्षेत्रों का दौरा किया।
इसके अलावा थाना लालबाग के पेड्री और रेवाडीह में भी गुंडा-बदमाशों, निगरानी बदमाशों, स्थायी और गिरफ्तारी वारंटियों के घरों की जांच की गई।
इस कार्रवाई में कुल 59 गुंडा-बदमाशों की जांच की गई। इनमें से 3 फरार आरोपी, 2 स्थायी वारंटी और 4 आदतन बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। इस प्रकार, कुल 9 बदमाशों को पुलिस ने हिरासत में लिया।
कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश
एसपी अंकिता शर्मा ने बताया कि ‘विजिबल पुलिसिंग’ के तहत जिले के सभी थाना और चौकी प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं। उन्हें अपने-अपने क्षेत्र में नियमित रूप से संध्या और रात्रि गश्त करने, असामाजिक तत्वों व अपराधियों पर निगरानी रखने तथा किसी भी आपराधिक गतिविधि पर कठोर वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया है।
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि ऐसी कार्रवाइयां निरंतर जारी रहेंगी। ताकि शहर में शांतिपूर्ण और सुरक्षित वातावरण बनाए रखा जा सके। इस पहल से अपराधियों में भय और आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ने की उम्मीद है।