
पुलिस ने अब इन घटनाओं को रोकने के लिए एक नई शुरुआत की है। इसके तहत दुर्ग पुलिस अब अपराधी किस्म के लोगों को सोशल मीडिया पर तलाश कर रही है। सोशल मीडिया पर पोस्ट डिलीट करा रही पुलिस
दुर्ग पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से अवैध चाकू और घातक हथियार मंगाने वालों पर नकेल कस दी है। पुलिस ने सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ फोटो या वीडियो पोस्ट करने वाले अकाउंट होल्डरों की पहचान कर उन पर सख्त कार्रवाई की है।
साथ ही नाबालिगों द्वारा इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे प्लेटफार्म पर हथियारों के साथ पोस्ट डालने के मामलों में उनके परिजनों को थाने बुलाकर समझाइश दी गई और पोस्ट डिलीट कराई गई। पुलिस ने चाकू खरीदने वालों की तैयार की सूची
पुलिस ने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर बच्चों के हथियारों के साथ रील पर उनकी भी जमकर क्लास लगाई है। फटकार के साथ परिजनों को समझाइश दी गई है कि वे अपने बच्चों को मोबाइल दें तो उसकी जांच भी करते रहे हैं कि आखिर वे क्या कर रहे हैं। परिजनों की जिम्मेदारी है कि बच्चे किसी गलत संगत या अवैध गतिविधि में शामिल न हो।
पुलिस विभाग के अफसरों का कहना है कि पुलिस ने अब तक जिले में ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यमों से चाकू खरीदने वालों की सूची तैयार की है। जांच के दौरान लगभग 300 लोगों को समझाइश दी गई है कि वे अवैध चाकू या तलवार की खरीदारी न करें।
ऑनलाइन हथियारों की बिक्री पर पुलिस लिख चुकी है पत्र
बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में रायपुर पुलिस समेत प्रदेश की अलग-अलग जिलों की पुलिस ने ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफार्म अमेजन, फ्लिपकार्ट और मेशो जैसी कंपनियों से इस तरह के घातक हथियार जैसे चाकू, तलवार, पिस्टल, कट्टा आदि की डिलीवरी से रोक लगाने के लिए पत्र लिखा है।