
जानकारी के मुताबिक, 8 अगस्त को बृजेश सिंह ने बसंतपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। बताया गया है कि भाई विजयलाल 6 अगस्त घर नहीं लौटा है। 7 अगस्त की सुबह करीब 10 बजे भाई ने कॉल पर जानकारी दी कि वह तीन लोगों के साथ है।
इसके तुरंत बाद विजयलाल का मोबाइल एक अज्ञात ने ले लिया और धमकी दी कि अगर शाम तक 3 लाख रुपए नहीं दिए गए तो भाई को नहीं छोड़ेगा और कॉल काट दिया। अगले दिन सुबह फिर कॉल कर पैसों की डिमांड की गई।
इन चारों की हुई थी गिरफ्तारी
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 140 (1) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई और सद्दाम अंसारी (34), रोहित कुमार चौरसिया (26), सतीश कुमार गुप्ता (39) और अखिलेश उर्फ पंकज मिश्र (36) को गिरफ्तार किया।
वाड्रफनगर कोर्ट में किया सरेंडर
सभी आरोपी उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले रहने वाले हैं। उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। इस मामले में प्रेमनगर का रहने वाला आरोपी राकेश उर्फ बिल्लू यादव फरार चल रहा था। 6 नवंबर को उसने वाड्रफनगर न्यायालय में सरेंडर कर दिया।
पूछताछ में उसने जुर्म स्वीकार किया। आरोपी के पास से वारदात में इस्तेमाल बाइक भी जब्त कर ली गई है और उसे जेल भेज दिया गया है।