
इनके साथ कमेटी सदस्य लुद्रो, विद्या, नंदिनी और मलेश ने भी सरेंडर किया है। जिन पर 5-5 लाख रुपए का इनाम था। इसके अलावा 1 लाख रुपए की इनामी कांती ने भी आत्मसमर्पण किया है। नक्सलियों के पास से एक एसएलआर, तीन इंसास और एक सिंगल शॉट हथियार बरामद हुए हैं। सभी गरियाबंद पुलिस के सामने हथियार डाले हैं।
मीडिया के माध्यम से किया आत्मसमर्पण
जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों ने आत्मसमर्पण के लिए मीडिया को माध्यम बनाया। मीडिया मौके पर पहुंची और उनसे लगभग आधा घंटा चर्चा की। इस दौरान आत्मसमर्पण की इच्छा रखने वाले नक्सली लुद्रो की बात एसपी निखिल राखेचा से कराई गई। एसपी ने उन्हें सुरक्षित आत्मसमर्पण का भरोसा दिलाया, जिसके बाद उन्हें जंगल से मेन रोड तक लाया गया।
पुलिस की अपील के बाद संपर्क में आए बचे हुए नक्सली
शुरुआत में सुनील और एरिना किसी तरह पुलिस तक पहुंच गए थे, लेकिन लुद्रो, विद्या सहित पांच अन्य नक्सली सीधे संपर्क में नहीं थे। पुलिस की अपील उदंती के बचे हुए इन पांच नक्सलियों तक पहुंची। उन्होंने एसपी निखिल राखेचा की ओर से जारी नंबर पर भी संपर्क किया, लेकिन वे मीडिया की मध्यस्थता में ही आत्मसमर्पण करना चाहते थे।