राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों के 12 स्थानों पर छापेमारी की

Chhattisgarh Crimesराष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों के 12 स्थानों पर छापेमारी की है।  यह छापेमारी प्रतिबंधित CPI (माओवादी) आतंकवादी संगठन के सशस्त्र कैडरों के किए गए IED विस्फोट और घात लगाकर किए गए हमले से जुड़े 2023 के एक मामले में की गई।

26 अप्रैल को दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर में नक्सलियों ने IED ब्लास्ट कर जवानों से भरी एक वाहन को उड़ा दिया था। जिसमें वाहन चालक समेत 11 जवान शहीद हुए थे। मामला NIA के पास पहुंचा। इस मामले के संदिग्ध लोगों की तलाशी के लिए NIA ने दंतेवाड़ा और सुकमा जिले में कुल 12 ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की है।

दस्तावेज बरामद

NIA के प्रेस रिलीज के मुताबिक, इस कार्रवाई में कई आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है। नकदी, हस्तलिखित पत्र और माओवादियों के लेवी वसूली से संबंधित रसीदें हैं।

साथ ही संदिग्ध आरोपियों के डिजिटल उपकरण शामिल हैं। इस घातक नरसंहार में शामिल CPI माओवादी कार्यकर्ताओं से जुड़े पाए गए हैं।

NIA ने इस मामले में अपनी जांच जारी रखी है। जिसमें अब तक 27 गिरफ्तार व्यक्तियों के खिलाफ दो आरोपपत्र दायर किए जा चुके हैं।

अब जानिए अरनपुर में कैसे 10 जवानों को नक्सलियों ने उड़ाया था ?

दरअसल, 25 अप्रैल 2023 को दंतेवाड़ा DRG की 6 टीमों को नक्सल ऑपरेशन पर भेजा गया था। इसमें करीब 300 से ज्यादा जवान शामिल थे। इस दौरान अरनपुर-समेली कैंप के बीच में पहले से ही सड़क पर एक 50 किलो की IED प्लांट थी।

इसी बीज जवान नक्सल ऑपरेशन से गाड़ियों से कैंप लौट रहे थे, तभी नक्सलियों ने जवानों की गाड़ी को निशाना बनाकर उड़ा दिया। इसमें 10 जवान और एक ड्राइवर की जान गई थी। सड़क से करीब 70 से 80 मीटर लंबा तार जंगल की तरफ बिछा मिला था।

गाड़ी में सवार 10 जवान और एक वाहन चालक के शरीर के चिथड़े उड़ गए। करीब 60 से 70 मीटर दूर तक गाड़ी के पार्ट्स और जवानों के शरीर के अंग बिखर गए। सड़क पर करीब 7 फीट गहरा गड्ढा हो गया था। इस वारदात को नक्सलियों की स्मॉल एक्शन टीम ने अंजाम दिया था।

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