
हमलावरों ने पहले गैस कटर से घर का लोहे का दरवाजा काटा फिर संतोष को बाहर निकाला। फिर उसके कपड़े उतारकर सड़कों पर नंगा करके घुमाया। इस दौरान उसे बुरी तरह पीटा। फिर बाजार ले जाकर धारदार हथियार और पत्थर से मारा। रात के 3 बजे संतोष को दुर्ग जिला अस्पताल में भर्ती किया गया।
अस्पताल में इलाज के दौरान संतोष की मौत हो गई। पारिवारिक विवाद में पत्नी 4 महीने पहले मायके चली गई थी। पत्नी ने कहा कि मैंने हत्या की आशंका जताई थी, लेकिन पुलिस ने ध्यान नहीं दिया। मुझे न्याय चाहिए।
वहीं एक दिन पहले ही संतोष के खिलाफ प्रथम सोनी नाम के शख्स ने मारपीट की FIR दर्ज करवाई थी। शनिवार को पुलिस ने 8 आरोपियों को हिरासत में लिया है। घटना कोतवाली थाना क्षेत्र की है।
4 महीने पहले मायके चली गई थी पत्नी
संतोष आचार्य दुर्ग के शीतला नगर का रहने वाला था। चार महीने पहले उसकी पत्नी रानी सोनी और अपनी 3 बेटियों के साथ वार्ड नंबर 6 स्थित अपने मायके चली गई। पत्नी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से उसके पति ज्यादा ही शराब पीने लगे थे। इस वजह से उनका बाहर के लोगों से आए दिन विवाद होता था। इसी बात से नाराज होकर वो बेटियों के साथ अपने मायके चली गई थी।
एक दिन पहले ही संतोष के खिलाफ दर्ज हुआ था मामला
7 नवंबर को दुर्ग कोतवाली में प्रथम सोनी नाम के शख्स ने संतोष आचार्य के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कराया था। प्रथम सोनी के अनुसार 7 नवंबर को दोपहर 1:30 बजे वह गांधी चौक के पास राम मंदिर के पास खड़ा था। तभी संतोष आचार्य आया और बिना वजह उसे गालियां देने लगा।
जब प्रथम ने गालियां देने से रोकने की कोशिश की तो संतोष ने धमकी दी, आज तुझे जान से खत्म कर दूंगा, और फिर प्रथम के चेहरे पर थप्पड़ मारा। घटना के वक्त नितेश सोनी और मयंक सोनी भी मौजूद थे।
इसके बाद शाम को फिर हुआ विवाद
दोपहर में संतोष के खिलाफ FIR दर्ज होने के बाद, शाम को करीब 4 बजे संतोष और प्रथम के बीच फिर विवाद हुआ। पत्नी रानी सोनी ने बताया कि शाम 4 बजे उनके पति ने उन्हें कॉल किया और बताया कि कुछ लोग उन्हें चाकू लेकर मारने के लिए दौड़ रहे हैं।
रानी ने अपने पति को समझाया कि घर में रहो, पुलिस आएगी तो वे तुम्हें सुरक्षित लेकर जाएगी। लेकिन रात में उन लोगों ने पति को खोज लिया। घर का दरवाजा लोहे का है, जो बंद था। दरवाजे को गैस कटर से काटकर 15-20 लोगों ने संतोष को बाहर निकाला।
पत्नी के मुताबिक उनके पति को आरोपियों ने नंगा करके मारा और पूरे क्षेत्र में घुमाया। इसके बाद उन्हें सदर बाजार भी ले गए और जब तक उनके प्राण नहीं निकल गए, तब तक उन्हें मारते रहे
पुलिस ने 8 लोगों को लिया हिरासत में
इस मामले में पुलिस ने चैतराम सोनी, मनीष, दादू, शिव समेत 8 लोगों को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि घटना के बाद सभी आरोपी फरार हो गए थे, जिन्हें बाद में पुलिस पकड़कर थाने ले आए। सभी से पूछताछ की जा रही है।
दुर्ग कोतवाली थाना प्रभारी तापेश्वर नेताम ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में यह सामने आया है कि पैसे के लेनदेन के विवाद के कारण हत्या हुई। मामले में और पूछताछ जारी है। CCTV फुटेज और सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं।