छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में धर्मांतरण को लेकर बवाल नहीं थम रहा

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ के बिलासपुर में धर्मांतरण को लेकर बवाल नहीं थम रहा है। रविवार को शहर से लगे चिल्हाटी स्थित झोपड़ीनुमा मकान में प्रार्थना सभा की जा रही थी, जहां हिंदू महिलाओं और बच्चों को बुलाया गया था। इस दौरान हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता लाउडस्पीकर लेकर पहुंच गए और अलाउंस कर हंगामा मचाने लगे।

मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। जांच के बाद केस दर्ज किया गया है। हिंदूवादी संगठन का कहना है कि प्रार्थना सभा के नाम पर भोले-भाले हिंदुओं का ब्रेनवॉश किया जा रहा है।

पिछले छह महीने में इस तरह से प्रार्थना सभा के नाम पर धर्मांतरण के आरोप में 38 से अधिक केस दर्ज हो चुका है।

दरअसल, रविवार को हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं को जानकारी मिली कि सरकंडा के चिल्हाटी में एक मकान में आयोजित प्रार्थना सभा में हिंदू महिलाओं और बच्चों को धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है।जिसके बाद कार्यकर्ता लाउडस्पीकर लेकर पहुंचे।

माइक पर एक कार्यकर्ता हिंदुओं जागो-जागो, तुम्हारे बीच भगवान को गाली देने वाले तुम्हारे बीच रह रहा है। निकलो बाहर, हिंदुओं को लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। हिंदुओं को बरगला कर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है, कब तक घर पर छिपकर बैठे रहोगे, निकलो बाहर जैसी बातें कहते नजर आया।

इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा मचाया, जिसके बाद पुलिस को बुला लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रार्थना सभा को बंद कराया।

प्रलोभन देकर धर्म बदलने का आरोप, पुलिस ने दर्ज किया केस

हिंदू संगठन से जुड़े कन्हैया साहू के अनुसार, उन्हें जानकारी मिली थी कि शनि मंदिर रोड के एक घर में प्रार्थना सभा के नाम पर लोगों को प्रलोभन देकर धर्म बदलवाने की कोशिश की जा रही है। इस पर कार्यकर्ताओं ने थाना प्रभारी को शिकायत की। बताया कि चिल्हाटी शनि मंदिर रोड स्थित एक मकान में विष्णु कोसरिया, प्रतीक गोयल और अन्य लोग ईसाई प्रार्थना सभा करा रहे हैं।

आरोप यह भी है कि इस दौरान हिंदू समुदाय के लोगों को बरगलाने और धार्मिक रूपांतरण के लिए प्रेरित करने की कोशिश की जा रही थी। उनकी लिखित शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है।

पिछले सप्ताह भी पुलिस ने दर्ज किया था केस

इससे पहले 12 नवंबर को सरकंडा और पचपेड़ी क्षेत्र में धर्मांतरण के 2 अलग-अलग मामलों में पुलिस ने केस दर्ज किया था। हिंदूवादी संगठनों ने SECL के ड्राइवर पर धर्मांतरण कराने का आरोप लगाते कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा मचाया था।

सरकंडा क्षेत्र के वसंत विहार कॉलोनी में प्रार्थना आयोजित की गई थी, जिसमें हिंदू महिलाओं और बच्चों को बुलाया गया था। उन्हें हिंदू देवी-देवताओं को शैतान बताकर उनका ब्रेनवॉश कर रहा था। वहीं, पचपेड़ी थाना क्षेत्र के कुकुर्दीखुर्द के एक मकान में प्रार्थना सभा में हिंदू महिलाओं और बच्चों को बरगलाया जा रहा था।

6 महीने में धर्मांतरण के 38 से अधिक केस

जिले में शहर से लेकर गांव तक प्रार्थना सभा के बहाने धर्मांतरण कराने का आरोप लग रहा है। हिंदू संगठनों के विरोध और हंगामा मचाने के बाद पुलिस ने सिविल लाइन, सरकंडा, कोनी, सकरी, तोरवा, मस्तूरी, सीपत, पचपेड़ी क्षेत्र में अब तक 38 से अधिक केस दर्ज किया है, जिसमें बिना अनुमति धर्म सभा करने, हिंदुओं को प्रलोभन देकर बरगला कर धर्म बदलने के लिए प्रेरित करने का आरोप है।

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