
बर्खास्त किए गए कर्मचारियों में सिमगा समिति की प्रबंधक मंजुला शर्मा, खोखली समिति के प्रबंधक राकेश कुमार टंडन, धुर्रा बांधा समिति के प्रबंधक मूलचंद वर्मा, रोहांसी समिति के प्रबंधक धर्मेन्द्र साहु और तिल्दा समिति के प्रबंधक रामकुमार साहु शामिल हैं। कसडोल ब्लॉक में कई विक्रेताओं को पदों से हटाया गया
इसके अलावा कसडोल विकासखंड के कई विक्रेताओं को भी उनके पदों से हटाया गया है। इनमें समिति गिरौद के विक्रेता नंद कुमार पटेल, हसुआ के विक्रेता गोकुल प्रसाद साहु, थरगांव के विक्रेता ललित साहू, कटगी के विक्रेता रामस्वरूप यादव, चिखली के विक्रेता खेलसिंग कैवर्त्य, कोसमसरा के विक्रेता अमित साहू, सरखोर के विक्रेता भीम साहु और लवन के विक्रेता रविकमल का नाम प्रमुख हैं। तीन कर्मचारियों पर कानूनी कार्रवाई की तैयारी
वहीं, प्रशासन ने तीन कर्मचारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी की है। विकासखंड पलारी अंतर्गत समिति कोनारी के प्रभारी प्रबंधक राजेंद्र चंद्राकर, समिति रोहरा के कंप्यूटर ऑपरेटर बीरेंद्र साहु और समिति रिसदा के विक्रेता टीका राम वर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए संबंधित शाखा प्रबंधक को पत्र जारी किया गया है। इन पर अति आवश्यक सेवा अनुरक्षण कानून का उल्लंघन करने का आरोप हो सकता है।
बता दें कि समिति के कर्मचारी 3 नवंबर से अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। हालांकि, प्रशासन ने इस हड़ताल को अवैध मानते हुए कर्मचारियों पर काम पर लौटने का दबाव बनाना शुरू कर दिया है।