मिली जानकारी के मुताबिक, तहसील कार्यालय में पदस्थ बाबू जुगेश्वर राजवाड़े ने एक व्यक्ति से जमीन के नामांतरण के लिए घूस मांगी थी। उसने इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो से की। शिकायत के बाद एसीबी ने बाबू को रंगेहाथ पकड़ने की प्लानिंग की। पीड़ित रिश्वत की रकम लेकर तहसील दफ्तर पहुंचा।
जैसे ही पीड़ित ने आरोपी के हाथों में पैसे दिए, तभी एसीबी के अधिकारियों ने रंगे हाथों पकड़ लिया। रिश्वत लेने के आरोप में बाबू को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी से पूछताछ जारी है। हालांकि, अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।